ADVERTISEMENTREMOVE AD

Paytm CEO विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से क्यों इस्तीफा दिया?

विजय शेखर शर्मा पेटीएम पेमेंट बैंक के सबसे बड़े शेयरहोल्डर हैं. उनके पास पेमेंट्स बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

पेटीएम (Paytm) के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने सोमवार, 26 फरवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. ये जानकारी एक एक्सचेंज फाइलिंग के बाद सामने आई है. विजय शेखर ने ऐसा कदम उस समय उठाया है जब रिजर्व बैंक ने पेमैंट बैंक को 15 मार्च के बाद अपने कामकाज को समेटने के लिए कहा है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बता दें कि विजय शेखर शर्मा पेटीएम पेमेंट बैंक के पार्ट टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन थे. उनके इस्तीफे के तुरंत बाद बैंक के बोर्ड का पुनर्गठन किया गया है. इसमें अब सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन श्रीनिवासन श्रीधर, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अशोक कुमार गर्ग , रिटायर्ड IAS देबेंद्रनाथ सारंगी और रिटायर्ड IAS रजनी सेखरी सिब्बल शामिल हैं.

पेमेंट्स बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने अपने नॉमिनी विजय शेखर शर्मा को हटा लिया है. विजय शेखर शर्मा इस पेमेंट बैंक के सबसे बड़े शेयरहोल्डर हैं उनके पास पेमेंट्स बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी है.

वहीं शर्मा के इस्तीफा देने से पहले दो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बोर्ड से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. इसमें एक बैंक ऑफ अमेरिका और प्राइस वाटरहाउस कूपर्स के पूर्व कार्यकारी शिंजिनी कुमार हैं जिन्होंने दिसंबर में इस्तीफा दे दिया था, जबकि दूसरी तरफ एसबीआई की पूर्व डिप्‍टी मैनेजिंग डायरेक्‍टर मंजू अग्रवाल ने भी बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है.

15 मार्च के बाद बंद हो जाएगा पेमेंट बैंक का कामकाज

वहीं RBI ने पेमेंट बैंक के कामकाज को समेटने की समय सीमा 15 दिन बढ़ाकर 15 मार्च कर दी है, जिसके बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को जमा स्वीकार करने से रोक दिया गया है. इससे पहले समय सीमा 29 फरवरी तय की गई थी.

कंपनी ने अपने ग्राहकों को आश्‍वस्त किया है कि क्यूआर कोड, साउंडबॉक्स और कार्ड मशीन सहित उसका मोबाइल ऐप 15 मार्च के बाद भी चालू रहेगा.

बता दें पेमेंट बैंक पर रिजर्व बैंक ने नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाने के बाद इसे बंद करने का फैसला लिया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×