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रूसी बैंकों के खिलाफ SWIFT के प्रतिबंधों के बाद रूबल में आई गिरावट

रूसी करेंसी गिरावट आने के बाद 84 प्रति डॉलर से 26% गिरकर 105.27 प्रति डॉलर पर पहुंच गई है.

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रूस द्वारा यूक्रेन (Ukraine) पर आक्रमण शुरू किए जाने के विरोध में ग्लोबल बैंक पेमेंट सिस्टम से कट जाने के बाद रूसी करेंसी रूबल में सोमवार, 28 फरवरी को अमेरिकी करेंसी से भी कम के रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिरावट आई है. शुक्रवार की देर रात रूसी करेंसी में गिरावट आई और 84 प्रति डॉलर से 26% गिरकर 105.27 प्रति डॉलर पर पहुंच गई.

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अमेरिका, जापान और अन्य पश्चिमी देशों के द्वारा रूस पर कई प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं, जिसमें कुछ रूसी बैंकों के लिए SWIFT ग्लोबल बैंक पेमेंट सिस्टम तक पहुंच पर प्रतिबंध भी शामिल है.

व्यावहारिक रूप से, SWIFT से निकाले जाने का अर्थ है कि रूसी बैंक इसका उपयोग व्यापारिक ट्रांजेक्शन के लिए विदेशी वित्तीय संस्थानों के साथ पेमेंट करने या रिसीव करने के लिए नहीं कर सकते हैं.

रूबल में आई गिरावट से मुद्रास्फीति बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है, जो रूस के नागरिकों के लिए एक चिंता का विषय हो सकता है. यदि यह इकॉनामिक नुकसान और बड़े स्तर पर बढ़ता है तो व्लादमिर पुतिन को राजनीतिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक रूसी मुद्रा में आ रही गिरावट के बाद रूसी नागरिकों ने अपनी संपत्ति सुरक्षित करने के लिए संघर्ष किया है.

SWIFT फाइनेंशियल बैंकिंग सिस्टम प्रतिदिन दुनिया भर में 11,000 से अधिक बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के लिए अरबों डॉलर की संपत्ति ट्रांसफर करता है.

अटलांटिक के दोनों किनारों के सहयोगियों ने भी 2014 में स्विफ्ट सिस्टम पर विचार किया, जब रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया पर आक्रमण किया था. रूस ने तब ऐलान किया था कि इसे स्विफ्ट से बाहर करना युद्ध की घोषणा के बराबर होगा. तब से रूस ने फाइनेंशियल ट्रांसफर सिस्टम को विकसित करने का प्रयास किया है.

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