भारतीय शेयर बाजार (Share Market) सोमवार, 30 अगस्त को बुरी तरह फिसला, सभी शेयर्स नेगेटिव में जा कर बंद हुए. वैश्विक संकेतों की वजह से निवेशकों में निराशा रही.
सोमवार को सेंसेक्स 861 अंक या 1.46 फीसदी गिर कर 57,972 पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी50 में 246 अंक या 1.40 फीसदी की गिरावट के बाद यह 17,312 पर बंद हुआ. निफ्टी बैंक भी 710 अंक नीचे आ कर 38,276 पर बंद हुआ.
अलग-अलग सेक्टर्स की बात करें तो तेल और गैस और एफएमसीजी मामूली रूप से चढ़े लेकिन आईटी, बैंक, मेटल और रियल्टी इंडेक्स सबसे अधिक गिरे. मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.57 फीसदी और 0.8 फीसदी गिरे.
विदेशी बाजारों का हाल
एसएंडपी 500 0.7% गिर गया
नैस्डैक 100 फ्यूचर्स 0.1% बढ़ा, नैस्डैक 100 1% गिर गया
टोक्यो में सुबह 9:30 बजे तक एसएंडपी 500 फ्यूचर्स 0.1% बढ़ा. जापान का टॉपिक्स इंडेक्स 0.7% बढ़ा
दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.7% चढ़ा
ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 इंडेक्स 0.3% चढ़ा
सुबह के शुरुआती सत्र में एसजीएक्स निफ्टी सपाट कारोबार कर रहा है. यह 29 अंक बढ़कर 17,410 पर कारोबार कर रहा है.
विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 561 करोड़ रुपये के शेयर्स बेच डाले जबकि घरेलू निवेशकों (DIIs) ने 144 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदें.
Biz2Credit के को फाउंडर रोहित अरोड़ा ने क्विंट को बताया कि, आने वाले महीनों में सेंसेक्स में अभी और गिरावट देखने को मिलेगी क्योंकि यूएस फेडरल रिजर्व्स के चीफ ने अपने भाषण में साफ किया है कि महंगाई को नीचे लाने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी जारी रहेगी.
वहीं वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रेटेजी के डायरेक्टर क्रांति बथिनी ने कहा कि, हलांकि भारत की अर्थव्यवस्था में स्थिरता है, इसलिए निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं. अगर आप 3 से 5 साल तक यानी लॉन्ट टर्म के लिए निवेश का सोच रहे हैं तो यह अच्छा अवसर है.
डिस्क्लेमर: यहां दिए गए किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट टिप्स या सलाह एक्सपर्ट्स और एनालिस्टस के खुद के हैं. और इसका क्विंट हिंदी से कोई लेना-देना नहीं है. कृपया कर किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट डिसिजन लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य ले.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)