सीनियर बीजेपी लीडर सुब्रमण्यम स्वामी ने जेट एयरवेज के एयर इंडिया में विलय की पैरवी की है. उनका कहना है कि विदेशी एयरलाइंस की पार्टनर कंपनियां भारतीय एविएशन मार्केट को हथियाना चाहती हैं. जेट एयरवेज के खत्म होने से उनका मकसद आसान हो जाएगा. सिविल एविएशन मिनिस्टर सुरेश प्रभु को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि स्पाइसजेट और विस्तारा जैसी एयरलाइंस जेट एयरवेज के बंद होने का फायदा उठाने की कोशिश में हैं. इस काम में सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के ही लोग और अफसर लगे हुए हैं.
जेटली को जयंत सिन्हा को समझाने की नसीहत
स्वामी ने एक ट्वीट भी किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है.
मैंने नरेंद्र मोदी से कहा है कि वे जेटली और जयंत सिन्हा को समझाएं. उन्हें कहें कि जेट एयरवेज को स्पाइस जेट को परोसने से बाज आएं. इससे पक्षपात और पद के दुरुपयोग की बू आ रही है. बीजेपी की प्रतिष्ठा को इससे नुकसान पहुंचेगा.
स्वामी ने सुरेश प्रभु की भेजी चिट्ठी में लिखा है कि भारत में ऑपरेट कर रही विदेशी एयरलाइंस की पार्टनर कंपनियां भारत के एविएशन मार्केट का बड़ा हिस्सा हथियाना चाहती है. ये एयरलाइंस कंपनियां एयर इंडिया को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में लगी है, जिसके पास बेशकीमती एसेट हैं. चिट्ठी में स्वामी ने लिखा है
मैंने पहले ही एतिहाद के जेट में निवेश पर सवाल उठाया था. इस निवेश के जरिए एतिहाद को भारत में जरूरत से ज्यादा एयरस्पेस दिया जा रहा था. इस गठजोड़ ने एयर इंडिया को नुकसान पहुंचाया, जो न तो हमारे घरेलू पैसेंजर ट्रैफिक के लिए ठीक है और न तो देश हित में. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में मेरी याचिका सुनवाई के आखिरी दौर में है और इस बीच जेट का बंद होना मेरी दलील को और पुख्ता करता है.
एयर इंडिया के इन्फ्रास्ट्रक्चर की ‘लूट’ बंद करने की अपील
स्वामी ने सुरेश प्रभु को लिखी चिट्ठी में अपील की है कि वह एयर इंडिया में देश के निवेश और इसके इन्फ्रास्ट्रक्चर की लूट को रोकने की कोशिश रोकें. उन्होंने लिखा है कि सिविल एविएशन मिनस्ट्री को कैबिनेट में जेट एयरवेज को एयर इंडिया में विलय की जोरदार सिफारिश करनी चाहिए ताकि विमान सेवाओं पर नकारात्मक असर न पड़े. विलय हुआ तो एयर इंडिया फिर मजबूत होगी. ऐसा नहीं हुआ तो सरकार में ऊंचे स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगेंगे.
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