फूड डिलीवरी करने वाले प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) ने सोमवार, 23 मई को मार्च में समाप्त वित्त वर्ष 21-22 की चौथे तिमाही के आंकड़े जारी कर दिए. जारी आंकड़े के अनुसार कंपनी का शुद्ध घाटा (Net Loss) बढ़कर 359.7 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 134.2 करोड़ रुपये था. यानी शुद्ध घाटा लगभग तीन गुना बढ़ गया है.
चौथे तिमाही में Zomato का ऑपरेशन से कमाया गया राजस्व (रेवेन्यू) 1211.8 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 692.4 करोड़ रुपये था. यानी ऑपरेशनल रेवेन्यू में 75.01 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है.
Zomato ने कहा कि उसने Q4FY22 में 300 से अधिक नए शहरों में अपनी डिलीवरी शुरू की है. यानी कंपनी के अनुसार अब पूरे भारत में हजार से अधिक कस्बों और शहरों में वो फूड डिलीवरी कर रही है.
इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने उम्मीद जताई है कि अगली तिमाही में Zomato का एडजस्टेड रेवेन्यू ग्रोथ दो अंकों में तेजी से बढ़ेगी और EBITDA घाटे में भी कमी आएगी.
पूरे वित्तीय वर्ष 2022 के लिए, कंपनी का घाटा 1222.5 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में यह 816.4 रुपये ही था. दूसरी तरफ रेवेन्यू 1993.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 4192.4 करोड़ रुपये हो गया.
जोमैटो का स्टॉक ₹169 के अपने रिकॉर्ड स्तर से करीब 65% नीचे आ गया है. इस साल के शुरुआत से अब तक ये स्टॉक 50% से ज्यादा टूट चुका है. जोमैटो के एक शेयर की कीमत अभी केवल ₹56.80 है.
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