देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने एक महीने के अंदर होम लोन दो बार सस्ता कर दिया है. शनिवार को बैंक ने MCLR आधारित लोन रेट्स कम कर दिए. बैंक ने अपना MCLR 8.50 फीसदी से घटा कर 8.45 फीसदी कर दिया है. इससे बैंक की सभी अवधि की लोन की ब्याज दरें घट जाएंगी. ब्याज दरों में कटौती 10 मई 2019 से लागू हो जाएगी.
अप्रैल में आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी के बाद भी घटी थीं दरें
पिछले एक महीने के दौरान एसबीआई ने दूसरी बार ब्याज दर घटाई है. अप्रैल में मॉनेटरी पॉलिसी के ऐलान के बाद एसबीआई ने 10 अप्रैल को सालाना MCLR 5 बेसिस प्वाइंट घटा दिया था. इसके साथ ही बैंक ने 30 लाख रुपये तक के होम लोन की ब्याज दर 10 बेसिस प्वाइंट घटा दी थी.
1 मई को एसबीआई ने बड़े सेविंग अकाउंट डिपोजिट और शॉर्ट टर्म लोन के इंटरेस्ट रेट की नई व्यवस्था अपना ली थी. बैंक ने एक लाख रुपये से अधिक के बैलेंस वाले सेविंग अकाउंट के ब्याज दर को आरबीआई के रेपो रेट से जोड़ दिया था. इसके साथ ही ओवरड्राफ्ट और कैश क्रेडिट फेसिलिटी जैसे शॉर्ट टर्म लोन की ब्याज दरें भी आरबीआई की रेपो रेट से जोड़ दी गई थीं. इससे आरबीआई की ओर से रेपो रेट में कटौती करने से लोन सस्ता होने का रास्ता साफ हो गया था.
होम और ऑटो लोन बाजार में एसबीआई की 34 फीसदी हिस्सेदारी
दरअसल बैंक लोन की ब्याज दरें MCLR (Marginal cost of fund base landing rate) पर तय करते हैं. हालांकि कई बार इसमें कमी होने के बाद भी बैंक लोन दरों में कमी नहीं करते. एसबीआई ने पहल करते हुए लोन दरों को आरबीई के रेपो रेट से जोड़ने का फैसला किया. इसके बाद अब तक बैंक ने दो बार एमसीएलआर घटा दिया. एसेट, डिपोजिट, ब्रांच, कस्टमर और कर्मचारियों के हिसाब से सबसे बड़ा कॉमर्शियल बैंक है. होम और ऑटो लोन बाजार में इसकी लगभग 34 फीसदी हिस्सेदारी है.
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