देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई जल्द ही डेबिट कार्ड खत्म कर सकता है. अगर बैंक की योजना सफल रही तो इसके बैंकिंग सिस्टम से डेबिट कार्ड रीप्लेस हो सकते हैं. बैंक ने अपना पेमेंट सॉल्यूशन योनो पेश करके इस दिशा में कदम उठाया है.
योनो सॉल्यूशंस के जरिये कार्ड घटाने की कोशिश
देश का हर पांचवां बैंक कस्टमर एसबीआई का कस्टमर है. इसलिए बड़ी संख्या में बैंक ग्राहकों की निर्भरता इस पर है. एसबीआई की ओर से डेबिट कार्ड खत्म करने का बैंक ग्राहकों पर बड़ा असर पड़ सकता है.
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने सोमवार को कहा
देश में 90 करोड़ डेबिट कार्ड और 3 करोड़ क्रेडिट कार्ड हैं. एसबीआई के Yono प्लेटफॉर्म जैसे डिजिटल सॉल्यूशंस से डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी. Yono प्लेटफॉर्म से एटीएम से बगैर कार्ड के पैसे निकाले जा सकते हैं और दुकानों में खरीदारी की जा सकती है.
‘अब वर्चुअल कूपन का जमाना आएगा’
उन्होंने कहा कि एसबीआई ने 68 हजार 'Yono cashpoints' बनाए हैं और अगले डेढ़ साल में यह इनकी संख्या बढ़ा कर दस लाख तक कर सकता है. इससे एसबीआई के ग्राहकों की कार्ड पर निर्भरता कम हो जाएगी. Yono प्लेटफॉर्म से आपको कुछ सामान खरीदने के लिए लिए क्रेडिट भी मिल सकता है.
रजनीश कुमार ने कहा अगले पांच साल में प्लास्टिक के डेबिट, क्रेडिट कार्ड खत्म हो जाएंगे. इसके बजाय वर्चुअल कूपन का जमाना आएगा. इस वक्त QR code भी पेमेंट करने का काफी सस्ता तरीका है.
स्टेट बैंक ने इसी साल मार्च में 'योनो कैश' सर्विस शुरू की थी. यह कस्टमर को बिना डेबिट कार्ड के पैसे निकालने की सुविधा देता है. यह आसान और सुरक्षित भी माना जाता है. शुरुआत में यह सुविधा 16,500 एटीएम में उपलब्ध थी. बैंक अपने सभी एटीएम को इस सुविधा के लिए अपग्रेड कर रहा है. एसबीआई का इरादा दस लाख 'Yono cashpoints’ बनाने का है.
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