भारत के कई क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency Exchange) ने क्रिप्टो के डिपॉसिट और उसे निकलने पर रोक लगा दी है. कई निवेशकों की शिकायत है कि इस समय क्रिप्टो का बाजार गिर रहा है और यही सही समय है इसमें निवेश का, लेकिन एक भी ऐसा एक्चेंज नहीं मिल रहा जहां पर निवेश किया जा सके.
क्रिप्टो मार्केट इस समय 50 प्रतिशत से अधिक गिर गया है और 18 महीने के अपने निचले स्तर पर भी पहुंच गया है.
क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज WazirX ने नेट बैंकिंग के किसी भी मोड, जैसे एनईएफटी, या आईएमपीएस के माध्यम से सभी निकासी (Withdrawals) और जमा (Deposit) सेवाओं को रोक दिया है. ग्राहकों के लिए P2P सेवा ही एकमात्र रास्ता बचा है. पीयर-टू-पीयर ट्रेडिंग (पी2पी) के माध्यम में किसी तीसरे पक्ष या मध्यस्थ की आवश्यकता के बिना क्रिप्टोकरंसी की खरीदी और बिक्री हो जाती है.
वहीं भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX ने भी कई ग्राहकों के लिए क्रिप्टो को जमा करने और निकासी (Withdrawal) को प्रतिबंधित कर दिया है. CoinDCX ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया था कि कुछ रिस्क और मॉनिटर करने की जरूरत की वजह से ऐसा करना पड़ रहा है. हालांकि कंपनी ने केवल क्रिप्टो के ट्रेड पर रोक लगाई है INR के लिए नेट बैंकिंग की सुविधा चालु है.
कंपनी ने ब्लॉग में बताया कि यह कंपनी लगातार सुधार कर रही है, केवाईसी को लेकर, क्रिप्टो जमा और निकासी के लिए रिस्क को लेकर. पिछले एक महीने में हमने कई ग्राहकों के लिए क्रिप्टो जमा और निकासी को कई बार प्रतिबंधित किया है.
Coinswitch Kuber ने केवाईसी में सुधार का हवाला देते हुए क्रिप्टो निकासी सेवाओं को निलंबित कर दिया है. कंपनी ने एक ट्विटर यूजर को जवाब देते हुए कहा कि जमा और निकासी को रोक दिया गया है क्योंकि इसे नियामकों और नीति निर्माताओं से और स्पष्टता की आवश्यकता है. Coinswitch Kuber पर, NEFT, IMPS और RTGS INR जमा और निकासी के लिए उपलब्ध हैं.
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