ADVERTISEMENTREMOVE AD

डॉ. वी अनंत नागेश्वरन कौन हैं? जिन्हें देश का नया मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया

सरकार ने ये फैसला 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश होने से तीन दिन पहले लिया है.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सरकार ने शुक्रवार, 28 जनवरी को डॉ वेंकटरमन अनंत नागेश्वरन (V Anantha Nageswaran) को नया मुख्य आर्थिक सलाहकार (New Chief Economic Advisor) के पद पर नियुक्त किया है. सरकार का यह कदम 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश होने से तीन दिन पहले आया है.

मुख्य आर्थिक सलाहकार ही बजट से एक दिन पहले हर साल देश का आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पेश करते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कौन हैं डॉ वी अनंत नागेश्वरन?

डॉ नागेश्वरन ने भारत और सिंगापुर में कई बिजनेस स्कूलों और मैनेजमेंट संस्थानों में पढ़ाया है और बड़े स्तरों पर उनके लेख प्रकाशित हुए हैं. उन्होंने एक शिक्षक, सलाहकार और लेखक के रूप में भी काम किया है.

IFMR GSB के डीन रह चुके डॉ अनंत नागेश्वरन एक सलाहकार, शिक्षक और लेखक भी हैं. उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद (1985) से अपना स्नातकोत्तर डिप्लोमा (एमबीए) किया है साथ ही उनके पास मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी (1994 में) से फाइनेंस में डॉक्टरेट की डिग्री है.

1994 और 2004 के बीच उन्होंने यूनियन बैंक ऑफ स्विटजरलैंड (अब UBS) और क्रेडिट सुइस के लिए स्विट्जरलैंड और सिंगापुर में काम किया है. जुलाई 2006 में उन्हंने सिंगापुर में बैंक जूलियस बेयर एंड कंपनी लिमिटेड में एशिया के रिसर्च प्रमुख के रूप में काम किया.

मार्च 2009 में उन्हें बैंक के लिए मुख्य निवेश अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था और जुलाई 2011 से कंसल्टिंग, लेखन और शिक्षण कर रहे हैं.

कई किताबों के लेखक रह चुके हैं अनंत नागेश्वरन

अनंत नागेश्वरन सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी के साथ और नानयांग प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी में वेल्थ मैनेजमेंट इंस्टिट्यूशन के साथ एक सहायक संकाय रहे हैं और सिंगापुर के एनपीएस इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक मंडल के सह-संस्थापक और सदस्य भी हैं. वह टीवीएस लॉजिस्टिक्स सहित भारत की कई कंपनियों के निदेशक मंडल के सदस्य हैं.

वे कई किताबों के लेखक और सह-लेखक रह चुके हैं. उन्होंने हाल ही में- "द राइज ऑफ फाइनेंस: कॉज, कॉन्सक्वेंसेज एंड क्योर्स" लिखी जिसे 2019 में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस ने प्रकाशित किया है.

इसके अलावा वे 'इकोनॉमिक्स ऑफ डेरिवेटिव्स' और 'डेरिवेटिव्स' नामक किताब के सह लेखक रह चुके हैं जो मार्च 2015 और अक्टूबर 2017 में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशित की गई थी. एक और किताब 'कैन इंडिया ग्रो?' के भी वो सह लेखक रह चुके हैं जिसे नवंबर 2016 में कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस द्वारा प्रकाशित किया गया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×