लगभग 18,000 लोगों पर किए गए एक सर्वे से खुलासा हुआ है कि करीब 62 फीसदी लोगों को ऑनलाइन दिखाए जाने वाले और उसके बाद खरीदे गए प्रोडक्ट में काफी अंतर देखने को मिला है.
सिटिजन एंगेजमेंट प्लेटफार्म लोकल सर्किल्स ने अपने सर्वे में इसका खुलासा किया है. ग्राहकों ने सर्वे में बताया कि ई-कॉमर्स साइटों पर लिखी गईं ज्यादातर रिव्यू नकली या जानबूझकर डाली गई होती हैं.
क्या ग्राहक ई-कॉमर्स साइटों पर डाले गए रिव्यू पर भरोसा करते हैं? 56 फीसदी लोगों ने इसका जवाब ना में दिया है. जबकि 31 फीसदी ने हां कहा.
कुछ लोगों ने ये भी बताया कि ई-कॉमर्स साइटें उपभोक्ताओं के निगेटिव कमेंट्स को भी छिपा देती हैं.
एक दूसरे सर्वे में ग्राहकों से पूछा गया कि क्या किसी ई-कॉमर्स साइट ने उनके किसी उत्पाद पर दी गई कम रेटिंग को छापने से इनकार किया है या हटा दिया है? इसके जवाब में 34 फीसदी लोगों ने बताया कि हां उनके साथ ऐसा हुआ है, जबकि 30 फीसदी ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ है.
एक दूसरे सवाल में लोगों से पूछा गया कि क्या वो ई-कॉमर्स साइटों पर प्रोडक्ट को दी गई रेटिंग पर भरोसा करते हैं? इस सवाल के जवाब में सिर्फ 22 फीसदी ने कहा कि वो उनपर भरोसा करते हैं, जबकि 13 फीसदी लोगों ने इस सवाल का जवाब ही नहीं दिया.
(इनपुट: आईएएनएस)
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