दुनिया के अमीर बिजनेसमैन में से एक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने अपने ग्रुप की टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है और कंपनी की बागडोर अब अपने बड़े बेटे आकाश अंबानी (Akash Ambani) को सौंप दी है. 65 साल के अरबपति के इस फैसले को उत्तराधिकार योजना के रूप में देखा जा रहा है.
रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (Reliance Jio Infocom Ltd) ने मंगलवार को शेयर बाजारों को इसकी जानकारी दी. कंपनी ने बताया कि, "कंपनी के बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स ने नॉन-एक्सीक्यूटिव डाइरेक्टर आकाश अंबानी को चेयरमैन नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है." कंपनी ने बताया कि मुकेश अंबानी का इस्तीफा 27 जून को बाजार बंद होने के बाद से ही मान्य हो गया है.
रिलायंस जियो द्वारा कंपनी में अन्य नियुक्तियों भी हुई जिसमें पंकज मोहन पवार को 27 जून से पांच साल के लिए कंपनी का प्रबंध निदेशक (MD) नियुक्त किया गया है. साथ ही रमिंदर सिंह गुजराल और केवी चौधरी को स्वतंत्र निदेशक (Independent Director) नियुक्त किया गया है.
आकाश अंबानी ने ऐसे समय में कार्यभार संभाला है जब भारतीय दूरसंचार कंपनियां (Indin Telecom Companies) कुछ महीनों में 5G नेटवर्क की शुरुआत करेंगी, और प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व बढ़ाने पर विचार कर रही हैं.
हालांकि मुकेश अंबानी Jio Platforms Ltd के चेयरमैन बने रहेंगे जो कि प्रमुख कंपनी है और Reliance Jio Infocomm सहित सभी Jio डिजिटल सेवा इसी के अंतर्गत आती है.
बता दें कि, आकाश ने ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकॉनमिक्स की पढ़ाई की और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बनने से पहले जियो के साथ काम किया. जियो की स्ट्रैटेजी का प्रमुख और इसकी कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में आकाश ने जियो के प्रोडक्ट डेवलपमेंट को नजदीक से देखा है.
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