उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Ltd) ने शुक्रवार को बंपर ऑयल रिफाइनिंग मार्जिन, दूरसंचार और डिजिटल सेवाओं में स्थिर वृद्धि और खुदरा कारोबार में मजबूत गति के कारण मार्च में समाप्त तिमाही के लिए आय में 24.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की.
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग ने कहा कि तेल से खुदरा और टेलीकॉम समूह का समेकित शुद्ध लाभ 31 मार्च, 2022 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 16,203 करोड़ रुपये हो गया, जो पहले 13,227 करोड़ रुपये था.
पूरे वित्त वर्ष 2021-22 (अप्रैल 2021 से मार्च 2022) के लिए, रिलायंस ने 7.92 लाख करोड़ रुपये (USD 102 बिलियन) के राजस्व पर 60,705 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया.
उधर, रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और फ्यूचर समूह (Future Group) के बीच 24,713 करोड़ रुपयों की डील खत्म हो गई है. साल 2020 में ये डील हुई थी जिसमें किशोर बियानी की फ्यूचर समूह ने तय किया था कि वे अपनी रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक और वेयरहाउसिंग का बिजनेस रिलायंस को बेच देंगे.
फ्यूचर समूह ये डील इसलिए करना चाहता था क्योंकि इस पर बहुत कर्ज हो गया था. लेकिन फ्यूचर समूह के 69.29% सिक्यॉर्ड क्रेडिटर्स ने इस डील के खिलाफ वोटिंग की है. इसके बाद अब रिलायंस ने भी कह दिया है कि अब ये डील लागू करना संभव नहीं है. डील रद्द होने का शेयर धारकों पर क्या असर पड़ेगा और इस कंपनी पर क्या असर पड़ेगा , ये समझते हैं.
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