आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि कोरोनावायरस पिछले 100 सालों में सबसे खराब स्वास्थ्य और आर्थिक संकट है, जिसने उत्पादन और नौकरियों पर नेगेटिव प्रभाव डाला है. इसने दुनिया भर में मौजूदा व्यवस्था, श्रम और कैपिटल के मूवमेंट को कम किया है.
7वें SBI बैंकिंग और इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव में RB Iगवर्नर ने कहा कि कोविड-19 के कारण पैदा हुआ मौजूदा संकट से वित्तीय संकट को बचाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा अर्थव्यवस्था में रिकवरी के लिए मदद की जा रही है. एसबीआई की ओर से आयोजित 'वर्चुअल कॉन्क्लेव में बोलते हुए दास ने कहा कि ग्रोथ आरबीआई की सबसे बड़ी प्राथमिकता है.
सितंबर 2019 में रेपो रेट में 135 अंकों की कटौती की थी. उस समय में आर्थिक वृद्धि दर में आई सुस्ती से निपटने के लिए ये कदम उठाए गए थे. इसके बाद एमपीसी ने रेपो रेट में 115 आधार अंकों की और कमी की. इस तरह रेपो रेट में कुल 250 आधार अंकों की कटौती हुई.
बता दें कि कोरोना के चलते 2 महीने से ज्यादा वक्त तक देश में लॉकडाउन रखना पड़ा. जिससे अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान झेलना पड़ा.
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