भारतीय शेयर बाजार (Share Market) के लिए पिछला हफ्ता किसी भी लिहाज से अच्छा नहीं रहा. अमेरिका में मंदी की आशंका, चीन में बढ़ते कोरोना के मामले और कमजोर वैश्वक इंडेक्स के चलते भारतीय बाजार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
पिछले कारोबारी सत्र की बात करें तो सेंसेक्स 981 अंक टूटकर 59,845 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 321 अंकों के नुकसान के साथ 17,807 पर पहुंचा था. पिछले हफ्ते सेंसेक्स करीब 2,000 अंक टटूा था. सेंसेक्स और निफ्टी में ये तीन महीने की सबसे बड़ी दैनिक गिरावट थी.
एक्सपर्ट की मानें तो आज निवेशकों पर बिकवाली का दबाव रहेगा और सेंसेक्स-निफ्टी में फिर गिरावट आ सकती है.
अमेरिका और यूरोपीय बाजारों का हाल
अमेरिका के ज्यादातर बड़े शेयर पिछले सत्र में हरे निशान में थे. S&P 0.59 फीसदी तो DOW JONES 0.53 फीसदी की बढ़त पर बंद हुआ था. NASDAQ में भी 0.21 फीसदी की बढ़त दिखी. यूरोपीय बाजारों में भी पिछले सत्र में बढ़त दिखी. जर्मनी का स्टॉक एक्सचेंज पिछले सत्र में 0.19 फीसदी वहीं, लंदन का स्टॉक एक्सचेंज भी 0.05 फीसदी की बढ़त बनाने में कामयाब रहा. फ्रांस के शेयर बाजार में 0.20 फीसदी की गिरावट दिखी.
एशिया के बाजारों का क्या संकेत?
चीन में बढ़ते कोरोना मामलों के चलते एशिया के शेयर बाजारों पर कोरोना का असर दिख रहा है. हालांकि, आज बाजार मिला-जुला कारोबार कर रहे हैं. सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज पर आज सुबह 0.15 फीसदी की तेजी दिख रही तो जापान के निक्केई पर 0.40 फीसदी का उछाल है. इसके अलावा ताइवान के बाजार में 0.05 फीसदी और चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.08 फीसदी की तेजी है. हालांकि, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 0.27 फीसदी की गिरावट पर कारोबार कर रहा है.
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