ADVERTISEMENTREMOVE AD

दुनियाभर के शेयर बाजार में क्यों मचा है हाहाकार, भारत में भी खतरा

ये तमाम बातें ग्लोबल बाजार में बड़े संकट की तरफ इशारा करती हैं.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सेंसेक्स शिखर पर, निफ्टी चोटी पर कहते-कहते अचानक ग्लोबल मार्केट का रंग लाल हो गया है. देखिए कितने जोर का झटका लगा है दुनियाभर के बाजारों पर.

  • शंघाई (चीन)- 2% नीचे
  • निक्कई (जापान)- 1% नीचे
  • हेंगसेंग (हांगकांग)- 2.2% गिरे
  • सभी यूरोपीय बाजार 2% तक गिरे
  • सेंसेक्स-निफ्टी भी 1% तक गिरे
  • दुनिया के बाजारों से 220 अरब डॉलर स्वाहा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

ट्रंप की वजह से घबराहट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ ट्रेड वॉर शुरू कर दिया है. ट्रंप ने अमेरिकी ट्रेड प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटजर से कहा है कि अगले माह से चीनी आइटम पर 200 अरब डॉलर के टैक्स बढ़ाने पर कार्रवाई शुरू करें. इसके बाद चीनी सामान पर टैक्स 10 परसेंट से बढ़ाकर 25 परसेंट हो जाएगा.

अमेरिका पहले ही चीनी सामान पर 34 अरब डॉलर के टैक्स बढ़ा चुका है, जिसके बदले में चीन ने भी अमेरिकी सामान पर टैक्स बढ़ा दिए हैं.

चीन ने धमकी दी है कि वो भी चीन पर बदले की कार्रवाई करेगा. चीन के मुताबिक वो देश के सम्मान और लोगों के हितों के लिए कठोर कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा. चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की आशंका से दुनिया भर के बाजारों में हाहाकार जैसे हालात बन गए.

क्या-क्या खतरे?

  • ज्यादातर बाजारों के वैल्युएशन महंगे. भारतीय बाजार भी इसमें पीछे नहीं
  • क्रूड के दाम अभी भी 75 डॉलर के आसपास
  • अमेरिका और ईरान के बीच भी तनाव बढ़ने के आसार
  • दुनिया के तमाम देशों में ब्याज दरें बढ़नी शुरू. बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरें बढ़ाईं इससे भी यूरोपीय बाजारों में दबाव बढ़ा.
  • अमेरिकी सेंट्रल बैंक ने भी अमेरिका में अच्छी ग्रोथ का अनुमान जताया और ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी के संकेत दिए
  • भारत में 2 माह में लगातार दूसरी बार रिजर्व बैंक ने ब्याज दरें बढ़ाई

ये तमाम बातें ग्लोबल बाजार में बड़े संकट की तरफ इशारा करती हैं. ऐसे में निवेशकों को अलर्ट रहना चाहिए.

ये भी पढ़ें- शिखर पर सेंसेक्स-निफ्टी तो निवेशकों की खुशी क्यों नहीं दिखती

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×