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FAQ: अमेरिका में COVID-19 टैबलेट Molnupiravir की सिफारिश- यह कैसे काम करती है?

FDA की यह सिफारिश दुनिया भर में रिपोर्ट किए जा रहे नए COVID-19 वेरिएंट Omicron के बीच आई है.

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यूएस फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) द्वारा गठित एक समिति ने मंगलवार, 30 दिसंबर को उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए मर्क एंड कंपनी द्वारा विकसित एंटीवायरल COVID-19 टैबलेट Molnupiravir की सिफारिश की है. अमेरिका द्वारा COVID-19 से संबंधित एंटीवायरल टैबलेट के लिए यह पहली ऐसी सिफारिश है. इस टैबलेट को यूके में पहले ही मंजूरी मिल गई है.

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अमेरिकी प्रशासन की तरफ से यह सिफारिश दुनिया भर में रिपोर्ट किए जा रहे नए COVID-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) के बीच में आया है.

यह एंटीवायरल टैबलेट कितना कारगर है, इस पर कंपनी के संशोधित रिपोर्ट घोषित करने के बावजूद अमेरिका में यह सिफारिश की है. फार्मा प्रमुख ने शुक्रवार, 26 नवंबर को घोषणा की थी कि प्रायोगिक COVID-19 टैबलेट पहले लगाए गए अनुमान की अपेक्षा अस्पताल में भर्ती होने और मौतों को कम करने में कम प्रभावी है.

इससे पहले अक्टूबर में, डेटा ने दिखाया था कि मर्क कंपनी की यह एक्सपेरिमेंटल टैबलेट प्रायोगिक गोली, Molnupiravir लगभग 50% प्रभावकारी थी. लेकिन नवीनतम डेटा से पता चलता है कि यह अस्पताल में भर्ती होने और होने वाली मौतों के खिलाफ 30% ही प्रभावी है.

दूसरी ओर, फाइजर की एक्सपेरिमेंटल टैबलेट, Paxlovid अस्पताल में भर्ती होने और होने वाली मौतों के खिलाफ लगभग 89% की प्रभावकारी है. यह एनालिसिस 1,200 रोगियों के डेटा के आधार पर लिया गया था. फाइजर ने FDA से Paxlovid के लिए आपातकालीन मंजूरी मांगी है.

एंटीवायरल COVID-19 टैबलेट को आगे बढ़ाने में इतनी दिलचस्पी क्यों है?

COVID-19 टैबलेट्स को आगे बढ़ाने पर जोर देने का कारण यह है कि वे वायरस से अधिक प्रभावी ढंग से लड़ने में मदद कर सकती हैं. जब हमारे पास पहले से वैक्सीन और बूस्टर डोज हैं, Molnupiravir और Paxlovid जैसी टैबलेट उपचार के अधिक विकल्प खोलती हैं.

ये टैबलेट्स शुरुआती चरण में और घर पर मरीजों में कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करेंगी. टैबलेट्स का 5 दिन का कोर्स होता है.

Molnupiravir टैबलेट कैसे काम करती है?

Molnupiravir को कोरोना वायरस के आनुवंशिक कोड (जेनेटिक कोड) में त्रुटियों को पेश करने के लिए डिजाइन किया गया है जो COVID-19 का कारण बनता है. इसे इंजेक्शन या नसों के अंदर दिए जाने के बजाय टैबलेट के रूप में दिन में दो बार पांच दिनों के लिए लिया जाता है.

सबसे प्रभावी होने के लिए, इसे लक्षण विकसित होने के पांच दिनों के भीतर दिया जाना चाहिए. टैबलेट शुरू में फ्लू के इलाज के लिए विकसित की गई थी.
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क्या Molnupiravir ओमिक्रोन वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है?

अब तक किए गए प्रारंभिक वायरल अनुक्रमण ने दिखाया है कि Molnupiravir कोविड-19 के सभी वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है, जिसमें अत्यधिक संक्रामक डेल्टा संस्करण भी शामिल है. हालांकि मर्क का यह दावा ओमिक्रोन वेरिएंट के उभरने से पहले की बात है.

इसके क्या फायदे हैं?

विशेषज्ञों का मानना ​​​​है कि मर्क कंपनी की एंटीवायरल COVID-19 टैबलेट गेम चेंजर हो सकती है. गंभीर बीमारी और मृत्यु को रोकने में इसकी प्रभावशीलता के अलावा उपचार में बेहद सुविधाजनक और घर पर उपयोग करने में आसान होने का भी फायदा है.

मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट के विपरीत इन टैबलेट्स का घर पर उपयोग करना आसान होता है. मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट महंगे होते हैं और अस्पतालों में नसों में दिए जाते हैं.

मर्क कंपनी के लिए Molnupiravir के उत्पादन का लक्ष्य क्या है?

मर्क ने कहा कि वह 2021 के अंत तक उपचार के 10 मिलियन कोर्स का उत्पादन करने की उम्मीद कर रहा है और 2022 में कम से कम 20 मिलियन सेट का निर्माण किया जाएगा. यह रिपोर्ट रॉयटर्स ने प्रकाशित की है. ब्लूमबर्ग ने बताया कि अमेरिका ने दवा के प्रति कोर्स पर $ 700 का निवेश किया है.

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बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार यूके नवंबर में अपेक्षित पहली डिलीवरी के साथ 480,000 कोर्स खरीदने के लिए सहमत हो गया है. ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और साउथ कोरिया ने भी खरीद समझौते किए हैं.

मर्क की COVID टैबलेट फाइजर की टैबलेट से कैसे अलग है?

दोनों टैबले में अलग-अलग मेकेनिज्म काम करता हैं. जहां Molnupiravir कोरोना वायरस के जेनेटिक कोड को खराब करता है जबकि Paxlovid उस एंजाइम को ब्लॉक करता है, जिसकी आवश्यकता कोरोनावायरस को अपनी संख्या बढ़ाने के लिए होती है.

क्या इन टैबलेट्स को भारत में मंजूरी मिली है?

अभी नहीं. लेकिन ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि Molnupiravir को भारत में कुछ हफ्तों में आपातकालीन मंजूरी मिल जाएगी. Molnupiravir के निर्माण के लिए छह भारतीय फार्मा कंपनियां काम कर रही हैं. इससे पहले जून में हल्के COVID-19 के इलाज के लिए दवा के क्लिनिकल ट्रायल करने के लिए पांच फार्मा कंपनियां एक साथ आई थीं.

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार हेटेरो फार्मा का भारत और 100 निम्न और मध्यम आय वाले देशों में Molnupiravir के निर्माण और आपूर्ति के लिए मर्क के साथ एक नॉन-एक्सक्लूसिव लाइसेंसिंग एग्रीमेंट भी है.

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