दक्षिण अफ्रीका के Africa Health Research Institute की एक रिपोर्ट के मुताबिक ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ Pfizer-BioNTech वैक्सीन कम असरदार है.
Covid-19 का ओमिक्रॉन वेरिएंट Pfizer वैक्सीन के दोनों खुराकों के बाद प्रोड्यूस हुए न्यूट्रलाइजिंग प्रभाव को कम कर देता है.
मंगलवार, 7 दिसंबर को पब्लिश हुई स्टडी के मुताबिक वैक्सीन द्वारा बनी एंटीबॉडी शरीर में कोशिकाओं को संक्रमित करने से ओमिक्रॉन को रोकने में सही तरीके से कामयाब नहीं रही है.
इससे पहले के स्टडी रिजल्ट्स में भी बूस्टर डोज के बाद बेहतर रिजल्ट देखने को मिला था.
Bloomberg की रिपोर्ट के मुताबिक रिसर्च लेबोरेट्री के अध्यक्ष Alex Signal ने कहा कि मुझे लगता है कि कोरोना संक्रमण अधिक स्तर पर होने वाला है.
NewYork Times की रिपोर्ट के मुताबिक स्टडी की रिपोर्ट 6 लोगों की एंटीबॉडी के आधार पर पब्लिश हुई थी, जिनको फाइजर शॉट दिया गया था.
रिजल्ट्स पर गौर करते हुए, यह याद रखना बेहद जरूरी है कि वैक्सीन एंटीबॉडीज से अधिक इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है.
इस प्रकार Alex Signal के लैब में किए गए एक्सपेरीमेंट के बाद कोई स्पष्ट रिजल्ट निकलकर सामने नहीं आता कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से लड़ने के लिए वैक्सीन कितना प्रभावशाली होगी.
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका से शुरू हुआ कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन मौजूदा वक्त में विश्व के कई देशों में पहुंच चुका है. अगर भारत की बात की जाए तो, अब तक कई राज्यों जैसे राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और कर्नाटक में ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं.
देश में कोरोनावायरस की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए राज्यों के द्वारा फिर से कोरोना संबंधित नियमों में सख्ती की जा रही है.
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