अगर सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय नहीं किए गए तो अगले साल अप्रैल तक यूनाइटेड किंगडम में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के कारण 25,000 से 75,000 लोगों की जान जा सकती है. यह दावा UK की एक नई स्टडी में किया गया है.
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और दक्षिण अफ्रीका के स्टेलनबोश विश्वविद्यालय के रिसर्चर द्वारा किए गए नए अध्ययन ने ओमिक्रॉन वेरिएंट की ट्रांसमिशन क्षमता और वैक्सीन के बूस्टर डोज लगाए जाने जैसे विभिन्न परिदृश्यों पर विचार करते हुए कई अनुमान लगाए हैं.
गौरतलब है कि शनिवार, 11 दिसंबर को 600 से अधिक नए मामलों की पुष्टि के साथ, यूनाइटेड किंगडम दुनिया के किसी भी देश की तुलना में ओमिक्रॉन वेरिएंट का सबसे तेज प्रसार देख रहा है. मालूम हो कि इस वेरिएंट का अपुष्ट प्रसार इससे भी बहुत अधिक हो सकता है.
स्टडी में क्या कहा गया है ?
स्टडी के अनुसार सबसे आशावादी परिदृश्य में- कम प्रतिरक्षा से बचने औ बूस्टर डोज की उच्च प्रभावकारिता- हॉस्पिटल में भर्ती होने की दर बढ़कर उस पीक के 60 प्रतिशत तक जा सकती है, जो यूके ने इस साल जनवरी में देखी थी. यानि यूके में आशावादी परिदृश्य में भी हर दिन लगभग 3,800 लोगों के हॉस्पिटल में भर्ती होने की संभावना जताई गयी है.
स्टडी में कहा गया है कि परिणामों से पता चलता है कि इंग्लैंड में Omicron वेरिएंट (B.1.1.1.529) की शुरूआत से SARS-CoV2 (कोविड-19) के प्रसार में पर्याप्त वृद्धि होगी, जो सख्त नियंत्रण उपायों के अभाव में, दर्ज किए गए मामलों की तुलना में काफी अधिक मामले दर (केस रेट) की क्षमता रखता है.
हालांकि Omicron वेरिएंट यूरोप में तेजी से फैल गया है, विशेष रूप से यूके और डेनमार्क में, इसके अभी भी कोई संकेत नहीं हैं कि इससे अधिक गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. अब तक के सभी सबूत यह सुझाव दे रहे हैं कि डेल्टा वेरिएंट की तुलना में इससे खतरा कम है.
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