बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के हालिया ब्लॉग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उन्होंने सच्चे अर्थों में बीजेपी का अर्थ जाहिर किया है. पीएम मोदी ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'आडवाणी जी ने बीजेपी की मूल भावना को सही तरीके से पेश किया है. सबसे गौर करने योग्य वह मंत्र, जिससे बीजेपी चलती है, नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट.'
इसी ट्वीट में पीएम ने लिखा है, 'बीजेपी का कार्यकर्ता होने पर मुझे गर्व है. और इस बात का गर्व है कि लालकृष्ण आडवाणी जी जैसे महान व्यक्तित्व ने इसे मजबूती प्रदान की.'
आडवाणी ने लिखा ब्लॉग, कहा- जो हमसे असहमत, हमनें उन्हें देशद्रोही नहीं माना
लालकृष्ण आडवाणी ने बीजेपी को नसीहत दी है कि अपने विरोधियों को दुश्मन न मानें. आडवाणी ने एक ब्लॉग में लिखा है कि बीजेपी के राष्ट्रवाद से सियासी असहमति जताने वाले को राष्ट्र विरोधी नहीं हैं.
‘व्यक्तिगत और राजनीतिक स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध’
उन्होंने लिखा है, " भारतीय लोकतंत्र का मतलब विविधता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान है. पार्टी व्यक्तिगत और राजनीतिक स्तर पर प्रत्येक नागरिक की पसंद की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है. बीजेपी हमेशा मीडिया सहित हमारे सभी लोकतांत्रिक संस्थानों की स्वतंत्रता, अखंडता, निष्पक्षता और मजबूती की मांग करने में सबसे आगे रही है. चुनावी सुधार, राजनैतिक और चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता हमारी पार्टी के लिए प्राथमिकता रही है."
‘पहले देश, फिर पार्टी उसके बाद मैं’
आडवाणी ने लिखा है, ''पहले देश उसके बाद पार्टी और आखिर में मैं. यह मेरे जीवन का मार्गदर्शक सिद्धांत रहा है. किसी भी हालात में मैंने इस सिद्धांत का पालन करने की कोशिश की है. आगे भी यही करूंगा. 6 अप्रैल को बीजेपी की स्थापना दिवस से पहले लिखे अपने ब्लॉग में आडवाणी ने लिखा है,
6 अप्रैल को बीजेपी अपन स्थापना दिवस मनाने जा रही है. पार्टी में हम सभी के लिए यह मौका है कि हम पीछे देखें, आगे देखें और भीतर देखें. बीजेपी के फाउंडर्स के तौर पर मैंने देश को लोगों के साथ अपने अनुभवों को साझा करना अपना कर्तव्य समझा है.
समझिए ब्लॉग के सियासी मायने
गांधीनगर के मतदाताओं का जताया आभार
गांधीनगर सीट से टिकट कटने के बाद अपने ब्लॉग में आडवाणी ने लिखा, ''मैं गांधीनगर के लोगों के प्रति आभारी और कृतज्ञ हूं, जिन्होंने 1991 के बाद छह बार मुझे लोकसभा के लिए चुना है. उनके प्रेम और समर्थन ने मुझे हमेशा अभिभूत किया है. मातृभूमि की सेवा करना मेरा जुनून और मेरा मिशन है. मैंने 14 साल की आरएसएस ज्वाइन किया. और इसके बाद मेरा राजनीतिक जीवन लगभग सात दशकों से अपनी पार्टी के साथ अविभाज्य रूप से जुड़ा रहा है. पहले भारतीय जनसंघ के साथ और बाद में भारतीय जनता पार्टी. मैं दोनों का संस्थापक सदस्य रहा हूं. पंडित दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी और कई अन्य महान, प्रेरणादायी, दिग्गज नेताओं के साथ मिलकर काम करने का मेरा दुर्लभ सौभाग्य रहा है.
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