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ED का दावा- महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर ने छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल को दिए ₹508 करोड़

ED ने दावा किया है कि उसने एक "कैश कूरियर" का बयान भूपेश बघेल के खिलाफ दर्ज किया है.

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समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार, 3 नवंबर को दावा किया है कि उसने एक "कैश कूरियर" का बयान दर्ज किया है, जिसने आरोप लगाया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप (Mahadev Online Betting App) के प्रमोटरों ने अब तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है.

ED ने छत्तीसगढ़ में कूरियर असीम दास से 5.39 करोड़ रुपये बरामद करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है. महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप और उसके प्रमोटरों की ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही है.

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भूपेश बघेल को लेकर ईडी ने ये बड़ा दावा ऐसे समय में किया है जब राज्य में कुछ ही दिनों बाद चुनाव होने हैं.

ईडी ने एक बयान में कहा है कि, “असीम दास से पूछताछ के बाद और उसके पास से बरामद फोन की फोरेंसिक जांच और शुबम सोनी (महादेव नेटवर्क के आरोपियों में से एक) द्वारा भेजे गए ईमेल की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पहले भी कई बार नियमित भुगतान किया गया है और अब तक महादेव ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है."

इसके साथ ही ED ने कहा कि, "ये अभी जांच का विषय हैं."

ईडी के अनुसार, महादेव ऑनलाइन ऐप पोकर और अन्य कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और अन्य लाइव गेम्स में अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध करता है. यहां तक ​​कि भारत में विभिन्न चुनावों पर भी दांव लगाने का अवसर देता है. यह कई कार्ड गेम जैसे 'तीन पत्ती', पोकर, 'ड्रैगन टाइगर', वर्चुअल क्रिकेट गेम और भी बहुत कुछ खेलने की सुविधा प्रदान करता है.

ऐप के मुख्य प्रमोटर्स, जो मूल रूप से छत्तीसगढ़ के हैं, दुबई में रहते हैं और उन्होंने ऐप के माध्यम से कथित रूप से 5,000 करोड़ रुपये तक की कमाई की है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, ऐप ने 2017 में अपना बिजनेस शुरू किया था, लेकिन 2020 में महामारी के दौरान यूजर्स के बीच इसकी पहुंच में भारी वृद्धि देखी गई, जो 2022 तक जारी रही.

अगस्त में ईडी ने चार आरोपियों - सुनील और अनिल दम्मानी (दोनों भाई हैं), सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) चंद्र भूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर को गिरफ्तार किया था. चारों आरोपी रायपुर के रहने वाले हैं. ईडी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों ने हवाला नेटवर्क के माध्यम से अवैध धन की आवाजाही में मदद की.

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सीएम भूपेश बघेल ने आरोपों को किया खारिज

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद पर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है. ED के दावे पर उन्होंने कहा कि "इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है. अगर आज मैं किसी को पकड़ लूं और उससे पीएम मोदी का नाम लेने को कहूं तो क्या वे (ईडी) पूछताछ करेंगे? किसी की इज्जत उछालना बहुत आसान हो गया है."

सीएम बघेल ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर भी बयान जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा कि मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है.

"जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है. चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है. यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है.'

वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस की ओर से बयान में कहा गया है कि "मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी पर लगाए गए ये आरोप महज चुनावी हैं, छत्तीसगढ़ में अपनी निश्चित हार को देख 'ताना-शाह' बौखलाए हुए हैं. हम भी तैयार हैं, इनके इन हथकंडों से डरने या झुकने वाले नहीं हैं, हम डटकर इनका सामना करेंगे."

वहीं छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि "जब से चुनाव की तैयारियां शुरू हुई हैं तब से हम मानकर चल रहे हैं कि ED ऐसी कार्रवाई करेगी और ऐसे समय में करेगी जब कांग्रेस को ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो... क्या कोई तथ्य हैं?...यह निंदनीय है."

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