Chhattisgarh Election Results 2023 Live Updates: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के चुनावी मैदान में किसने बाजी मारी और कौन पिछड़ा, इसका रिजल्ट सामने आ गया है. यहां एक इंटरेक्टिव मैप है, जो आपको दिखाता है कि छत्तीसगढ़ के किस निर्वाचन क्षेत्र में कौन सी पार्टी आगे है और कौन पीछे...?
मुख्य पार्टियों ने कितने सीटों पर लड़ा चुनाव?
छत्तीसगढ़ की सभी 90 विधानसभा सीट पर कुल 1,181 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया. इस चुनाव में सीएम भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने सभी 90 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे.
बीजेपी ने भी सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ा.
वहीं बीएसपी ने भी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी)के साथ गठबंधन में सभी सीटों पर चुनाव लड़ा.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (JCC) ने 77 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे.
वहीं आम आदमी पार्टी की बात करें तो उसने 71 सीटों पर चुनाव लड़ा.
ADR की रिपोर्ट के अनुसार, 155 महिला उम्मीदवारों ने भी चुनावी मुकाबला किया. बता दें कि छत्तीसगढ़ की निवर्तमान विधानसभा में महिला विधायकों का अनुपात देश में सबसे अधिक 14.44 प्रतिशत है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 का मुख्य मुकाबला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली मौजूदा कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी के बीच रहा. वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसी), बीएसपी,गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसी छोटी पार्टियों की भी कुछ सीटों पर मौजूदगी है.
इस राज्य के इतिहास की बात करें तो, 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना, यहां अब तक केवल तीन मुख्यमंत्री बने. दिवंगत अजीत जोगी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 2000 में पहली सरकार बनाई थी. नवगठित छत्तीसगढ़ का पहला चुनाव 2003 में हुआ, जिसमें बीजेपी के सिर जीत का सेहरा बंधा. रमन सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी ने तीन बार 2003, 2008 और 2013 का विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी.
बीजेपी 15 सालों तक सत्ता में रही लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी को महज 15 सीटें मिली. वहीं, कांग्रेस ने 68 सीट जीतकर सत्ता हासिल की. जिसके बाद भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी. 2023 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सत्ता में लौटने की पूरी कोशिश की. इसी के परिणामस्वरूप यहां पार्टी ने एक केंद्रीय मंत्री समेत तीन सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा. हालांकि, बीजेपी ने सीएम फेस की घोषणा नहीं की. जबकि कांग्रेस ने सीएम भूपेश बघेल के चेहरे पर भरोसा जताया.
छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजाति की आबादी लगभग 32 प्रतिशत है और राज्य की 90 में से लगभग 29 सीटें उनके लिए आरक्षित हैं. इसलिए यहां के चुनाव नतीजों में आदिवासी वोट अहम भूमिका निभाते हैं. अनुसूचित जाति के लिए भी 10 सीटें आरक्षित हैं.
मुख्य रूप से कृषि प्रधान राज्य में किसान और उनके मुद्दे चुनाव में असर डालते हैं. राज्य में बेरोजगारी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था अन्य प्रमुख मुद्दे हैं. वहीं, बीजेपी ने अपने चुनावी कैंपेन में सीएम बघेल को खूब घेरने की कोशिश की. बीजेपी ने महादेव एप विवाद और कथित भ्रष्टाचार को लेकर बघेल-सरकार को जमकर घेरा.
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