Chhattisgarh Assembly elections 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होना है. 90 सीटों वाले चुनावी राज्य में 7 नवंबर को 20 सीटों पर मतदान होगा बाकी 70 सीटों पर 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. नतीजे 3 दिसंबर को जारी होंगे.
क्विंट हिंदी बना है आपका वोटिंग गाइड- हम बताएंगे किन सीटों पर बड़ी लड़ाई होगी? कौन सी हॉट सीटें हैं? किन 20 सीटों पर वोटिंग होगी? वोटिंग का क्या समय होगा? पिछले साल क्या नतीजे रहे? मतदान केंद्र पर वोटर आईडी के अलावा और कौन से आईडी कार्ड मान्य होते हैं?
छत्तीसगढ़ चुनाव का पहला चरण: किन 20 सीटों पर होगी वोटिंग?
जिन 20 सीटों पर मतदान हो रहा है, वे नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के सात जिलों और चार अन्य जिलों- राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कबीरधाम और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में फैली हुई हैं. ये सीटें हैं:
पंडरिया
कवर्धा
खैरागढ़
डोंगरगढ़ (एससी)
राजनांदगांव
डोंगरगांव
खुज्जी
मोहला-मानपुर (एसटी)
अंतागढ़ (एसटी)
भानुप्रतापपुर (एसटी)
कांकेर (एसटी)
केशकाल (एसटी)
कोंडागांव (एसटी)
नारायणपुर (एसटी)
बस्तर (एसटी)
जगदलपुर
चित्रकोट (एसटी)
दंतेवाड़ा (एसटी)
बीजापुर (एसटी)
कोंटा (एसटी)
छत्तीसगढ़ चुनाव का पहला चरण: 20 में से कितनी हॉट सीटें हैं?
पहले चरण में 25 महिलाओं समेत कुल 223 उम्मीदवार मैदान में हैं. पहले चरण में राजनांदगांव से पूर्व सीएम रमन सिंह और चित्रकोट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज समेत बीजेपी और कांग्रेस के कई शीर्ष नेता मैदान में हैं.
राजनांदगांव
इस सीट पर सभी की निगाहें पूर्व सीएम रमन सिंह पर होगी, जिन्होंने 2008 से सीट बरकरार रखी है. रमन सिंह का मुकाबला कांग्रेस नेता गिरिस देवांगन से होगा, जो राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष हैं.
कोंडागांव
मौजूदा विधायक और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम कोंडागांव से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं. मरकाम का मुकाबला बीजेपी की लता उसेंडी से होगा, जिन्हें हाल ही में बीजेपी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है. 2018 के चुनाव में मरकाम ने उसेंडी को 1,786 वोटों के अंतर से हराया था.
चित्रकोट
इस सीट पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज बीजेपी नेता विनायक गोयल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. बैज इस बार इस सीट से लगातार तीसरी बार जीत के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने 2013 और 2018 में यहां से जीत हासिल की. ये आदिवासी बहुल सीट है और कांग्रेस का गढ़ रही है. बीजेपी इस बार जीत दर्ज करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
कोंटा
नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में स्थित कोंटा सीट बहुत खास है क्योंकि यहां से उद्योग और उत्पाद शुल्क मंत्री कवासी लखमा चुनाव लड़ रहे हैं. ये इसलिए खास है क्योंकि उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार सीट बरकरार रखी है. इस बार वह बीजेपी नेता सोयम मुका और सीपीआई-एम के पूर्व विधायक मनीष कुंजम के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
नारायणपुर
इस सीट से चंदन कश्यप के खिलाफ बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप चुनाव लड़ रहे हैं. केदार कश्यप ने 2013 में यह सीट जीती थी, लेकिन 2018 में वह चंदन कश्यप से हार गए, जिन्होंने 2,647 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी.
टाइम अलग-अलग: किस समय होगी वोटिंग?
10 सीटों पर सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही मतदान होगा, जबकि बाकी 10 सीटों पर मतदाताओं को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान करने की अनुमति होगी.
जो 10 सीटें हैं जहां सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा:
अंतागढ़
भानुप्रतापपुर
कांकेर
केशकाल
कोंडागांव
नारायणपुर
दंतेवाड़ा
बीजापुर
कोंटा
मोहला-मानपुर
10 सीटें जहां सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा:
बस्तर
जगदलपुर
चित्रकोट
पंडरिया
कवर्धा
खैरागढ़
डोंगरगढ़
राजनांदगांव
डोंगरगांव
खुज्जी
कितने मतदाता, कितने मतदान केंद्र?
इन 20 सीटों के लिए कुल 5,304 मतदाता केंद्र स्थापित किए गए हैं.
कुल मतदाता: 40,78,681
पुरुष मतदाता: 19,93,937
महिला मतदाता: 20,84,675
तृतीय लिंग के मतदाता: 69
आईडी कार्ड: मतदान केंद्र पर किस तरह का ID कार्ड दिखा कर वोटिंग कर सकते हैं?
वोटर आईडी कार्ड
आधार कार्ड
मनरेगा जॉब कार्ड
बैंक या पोस्ट ऑफिस की पासबुक्स
श्रम मंत्रालय की स्कीम के तहत जारी हेल्थ इंश्यॉरेंस स्मार्ट कार्ड
ड्राइविंग लाइसेंस
पैन कार्ड
भारतीय पासपोर्ट
पेंशन के दस्तावेज
सरकारी कर्मचारी अपना सर्विस आईडेंटिटी कार्ड दिखा सकते हैं
सरकार द्वारा जारी यूनिक डिसेबलिटी आईडी यानी UDID कार्ड
2018 और 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-बीजेपी ने कितनी सीटें जीती थीं?
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 71 सीटें जीतीं थीं, जबकि बीजेपी ने 13 और बाकी 6 सीटें अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों की झोली में आई थीं.
2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 49 सीटें जीतीं थीं, कांग्रेस ने 38, बाकी 1 सीट बीएसपी, एक निर्दलीय उम्मीदवार और एक सीट खाली रही.
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