लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल को होनी है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों के लिए 1279 उम्मीदवार मैदान में हैं. एडीआर ने इनमें से 1266 उम्मीदवारों के एफिडेविट की जांच की है.
एडीआर की रिपोर्ट की मानें तो पहले चरण के चुनाव में उतरने वाले उम्मीदवारों में से 213 ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, इसके अलावा 146 उम्मीदवारों के खिलाफ संगीन अपराधों के मामले दर्ज हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, 401 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 1 करोड़ से ज्यादा है.
करोड़पति उम्मीदवार उतारने के मामले में टॉप 10 राजनीतिक दल
- कांग्रेस - 69
- बीजेपी - 65
- टीडीपी - 25
- वाईएसआरसीपी - 22
- जनसेना पार्टी - 17
- टीआरएस - 17
- बीएसपी - 15
- प्रगतिशील समाजवादी पार्टी - 4
- बीजेडी - 3
- सीपीआईएम - 3
पहले चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार तेलंगाना की चेवेला सीट के कांग्रेस उम्मीदवार कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी हैं. इनकी कुल संपत्ति 895 करोड़ से ज्यादा है. पहले चरण में 23 उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिनके पास कोई संपत्ति नहीं है. सबसे गरीब उम्मीदवार तेलंगाना के चेवेला सीट से प्रेम जनता दल के उम्मीदवार नल्ला प्रेम कुमार हैं. इनके पास संपत्ति के नाम पर सिर्फ 500 रुपये हैं.
दागदार छवि के उम्मीदवार उतारने के मामले में टॉप 10 राजनीतिक दल
बड़े राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की बात करें तो बीजेपी के 83 उम्मीदवारों में से 30 उम्मीदवारों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं. कांग्रेस के 83 में से 35 उम्मीदवारों के खिलाफ, बीएसपी के 32 में से 8, वाईएसआरसीके 25 में से 13, टीडीपी के 25 में से 4, टीआरएस के 17 में से 5 उम्मीदवारों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं.
- कांग्रेस - 35
- बीजेपी - 30
- बीएसपी - 8
- टीडीपी - 4
- वाईएसआरसीपी - 13
- जनसेना पार्टी - 4
- टीआरएस - 5
- सीपीआईएम - 4
- प्रगतिशील समाजवादी पार्टी - 4
- एनसीपी - 2
बीजेपी के 83 में से 16, कांग्रेस के 83 में से 22. बीएसपी के 32 में से 4, वाईएसआरसीपी के 25 में से 10 टीडीपी के 25 में से 2 और टीआरएस के 17 में से तीन उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं.
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