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राहुल गांधी की यात्राएं फ्लॉप रहीं या सुपरहिट, कांग्रेस-INDIA को कितनी सीटों का फायदा?

Congress Yatra: लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की, जो मुंबई में खत्म हुई.

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लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) में कांग्रेस (Congress) पार्टी ने 99 सीटें जीती हैं. वहीं INDIA गठबंधन के खाते में 234 सीटें आई हैं. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में कांग्रेस ने देशभर में दो यात्राएं निकाली. पहला- भारत जोड़ो यात्रा और दूसरा- भारत जोड़ो न्याय यात्रा. इन दोनों यात्राओं को वोटर्स तक पहुंचने के साथ ही राहुल गांधी की छवि को और मजबूत करने की कवायद की तौर पर देखा गया.

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दोनों यात्राओं के रास्ते में पड़ने वाले निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस और उसके वर्तमान इंडिया ब्लॉक सहयोगियों (जिनमें से कई ने 2019 में अपने दम पर चुनाव लड़ा था) को कुल 41 सीटें का फायदा हुआ है.

भारत जोड़ो न्याय यात्रा

लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले 14 जनवरी को पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की थी. 63 दिनों तक चली इस यात्रा का समापन 16 मार्च को मुंबई में हुआ. 6,713 किलोमीटर की ये यात्रा देश के 82 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरी. राहुल गांधी में ये यात्रा बस के जरिए की.

इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 82 सीटों में से कांग्रेस ने 49 सीटों पर चुनाव लड़ा और 17 पर जीत हासिल की. ​​2019 में पार्टी ने 71 सीटों पर चुनाव लड़ा था और सिर्फ 6 सीट ही जीत पाई थी. ​​इस बार, पार्टी ने अपने सहयोगियों को 33 सीटें दीं, जिन्होंने 18 पर जीत हासिल की. ​​पांच साल पहले, इन दलों ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाई थी.

भारत जोड़ो यात्रा

इससे पहले राहुल गांधी ने सितंबर 2022 से जनवरी 2023 के बीच कन्याकुमार से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की थी. 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 75 जिलों और 71 लोकसभा सीटों को कवर करते हुए राहुल ने 4,000 किलोमीटर से अधिक की पदयात्रा की थी. इस दौरान उन्होंने 12 जनसभाएं, 100 से अधिक नुक्कड़ सभाएं और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.

इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार 71 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस ने 56 सीटों पर चुनाव लड़ा और 23 पर जीत हासिल की. 2019 में पार्टी ने 65 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 15 सीटें ही जीत पाई थी.

इस बार इंडिया ब्लॉक की सहयोगी पार्टियों ने 14 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 6 पर जीत दर्ज की. 2019 में सहयोगी दलों ने 71 में से चार सीटों पर चुनाव लड़ा और दो पर जीत दर्ज की थी. वहीं 2019 में श्रीनगर और बागपत सीट पर इंडिया गठबंधन की किसी भी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ा था.

यूपी-बिहार में कैसा प्रदर्शन रहा?

उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा तीन लोकसभा सीटों और न्याय यात्रा 20 लोकसभा सीटों से होकर गुजरी. इस बार यहां कांग्रेस और सहयोगी समाजवादी पार्टी (SP) का प्रदर्शन बेहतर हुआ है. पहली यात्रा में शामिल तीन सीटों में से कांग्रेस 2019 में सभी हार गई, जबकि एसपी ने इस बार एक पर जीत दर्ज की है.

वहीं यूपी की जिन 20 सीटों से न्याय यात्रा गुजरी कांग्रेस ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा और तीन पर जीत हासिल की, जबकि एसपी ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा और पांच पर जीत हासिल की.

बिहार में न्याय यात्रा 7 निर्वाचण क्षेत्रों से होकर गुजरी. इस बार कांग्रेस ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी पर जीत हासिल की. वहीं सहयोगी पार्टी ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें से दो पर जीत मिली और दो पर हार का सामना करना पड़ा. 2019 में कांग्रेस ने इनमें से चार पर चुनाव लड़ा था, जबकि उसके सहयोगी तीन पर लड़े थे. कांग्रेस ने एक सीट जीती, जबकि उसके सहयोगी एक भी सीट नहीं जीत पाए थे.

पश्चिम बंगाल में न्याय यात्रा ने 9 सीटों को कवर किया. 2019 में कांग्रेस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ा था और आठ सीटें हार गई थी और एक सीट जीती थी. इस बार 9 में से TMC ने 5, बीजेपी ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती है. बता दें कि इस बार पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और TMC के बीच कोई गठबंधन नहीं था.

दिल्ली में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का कोई असर नहीं दिखा. 2022 दिसंबर में इस यात्रा के जरिए राष्ट्रीय राजधानी की 5 सीटें कवर की गई थी. लेकिन इस बार कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टी AAP को एक भी सीट पर कामयाबी नहीं मिली. 2019 में भी बीजेपी ने सभी 7 सीटों पर कब्जा जमाया था.

भारत जोड़ो यात्रा पंजाब की 6 लोकसभा सीटों से होकर गुजरी थी, कांग्रेस ने 2019 में चार सीटें जीती थीं. इस बार, कांग्रेस ने पांच सीटें जीतीं जबकि एक AAP के खाते में गई. इंडिया गठबंधन में होने के बावजूद, दोनों दलों ने राज्य में अलग-अलग चुनाव लड़ा था.

महाराष्ट्र में पहली यात्रा का असर यह हुआ कि 2024 में कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने छह सीटों में से चार सीटें जीतीं. पांच साल पहले UPA ये सभी सीटें हार गई थी. दूसरी यात्रा में आठ निर्वाचन क्षेत्र शामिल थे, जिनमें से महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने इस बार पांच सीटें जीती हैं. 2019 में गठबंधन सभी सीटें हार गया था.

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