पंजाब चुनाव के बाद राज्य की सियासत में बड़ा फेरबदल हो चुका है. आम आदमी पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. लेकिन कांग्रेस के लिए ये नतीजे किसी बुरे सपने की तरह सामने आए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी दोनों विधानसभा सीटों से चुनाव हार गए हैं. चरणजीत सिंह चन्नी रूपनगर जिले की चमकौर साहिब और बरनाला जिले की भदौर सीट से चुनावी मैदान में थे. दोनों ही जगहों पर उन्हें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों से बुरी तरह शिकस्त दी है.
भदौर सीट पर आप के लाभ सिंह ने चन्नी को 37,558 वोटों से भी ज्यादा वोटों के बड़े अंतर से हराया है. जबकि, चमकौर साहिब सीट पर भी चन्नी की शर्मनाक हार हुई है. यहां उन्हें आप के चरणजीत सिंह से ही 7,942 वोटों से हार का सामना करना पड़ा है.
चमकौर साहिब सीट से चरणजीत सिंह चन्नी ने पहली बार 2007 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जबकि 2012 में कांग्रेस के टिकट पर चन्नी ने यहां से जीत हासिल की थी. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भी चन्नी ने जीत दर्ज की और फिर 2022 चुनाव से पहले पार्टी ने उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बना दिया. भले ही यह चन्नी की परंपरागत सीट रही हो, लेकिन इसके बावजूद उनकी जीत का अंतर कभी बहुत ज्यादा नहीं रहा. जबकि, बरनाला जिले की भदौर सीट आम आदमी पार्टी की ही सीट थी. पिछले चुनाव में यहां आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी. जबकि, चन्नी इसी क्षेत्र से संबंध रखते हैं.
पंजाब में अपनी जीत और कांग्रेस की हार को लेकर केजरीवाल कितने आश्वस्त थे, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नतीजे आने से कई दिनों पहले ही आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में बाकायदा लिख कर दिया था कि चन्नी अपनी दोनों सीटें हार जाएंगे. धमाकेदार जीत के बाद समर्थकों के सामने आए केजरीवाल ने बताया कि भदौर सीट पर चन्नी को हराने वाले लाभ सिंह एक मोबाइल शॉप पर काम करते हैं. उनकी मां एक स्कूल में सफाईकर्मी हैं और पिता खेत में मजदूरी करते हैं.
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