ADVERTISEMENTREMOVE AD

Sukhbir Singh Badal की जलालाबाद से करारी हार, AAP के जगदीप कंबोज ने दी मात

Punjab Election result: सुखबीर सिंह बादल को AAP के जगदीप कंबोज ने 30 हजार से ज्यादा वोट से हराया है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

पंजाब की जलालाबाद विधानसभा सीट से शिरोमणी अकाली दल (SAD) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) चुनाव हार गए हैं. उन्हें आम आदमी पार्टी के जगदीप कंबोज ने मात दी है. कभी जलालाबाद अकाली दल का गढ़ हुआ करती थी. लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में AAP इसमें सेंध लगाने में कामयाब रही. जलालाबाद सीट से सुखबीर सिंह बादल को 60 हजार 525 वोट मिले हैं. वहीं AAP के जगदीप कंबोज ने 91 हजार 455 वोट हासिल की है. जगदीप कंबोज ने सुखबीर को 30 हजार से ज्यादा वोट से हराया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सुखबीर ने मानी हार, आप को दी बधाई

सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी को जीत की बधाई दी है. इसके साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी की हार स्वीकार करते हुए लोगों का आभार जताया है.

अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, "अकाली दल के अध्यक्ष के तौर पर मैं पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत पर बधाई देता हूं. इस सफलता के लिए मैं उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और मुझे विश्वास है कि वे लोगों की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे."

कैसे हार गए सुखबीर सिंह बादल?

कभी जो सीट अकाली दल का गढ़ हुआ करती थी, वहां से चुनाव हारना सुखबीर सिंह के लिए बहुत ही निराशाजनक है. 2019 में सुखबीर को यह सीट छोड़ना महंगा पड़ गया. उन्हें आम आदमी पार्टी से सीधे टक्कर मिली. वहीं वो अपने पक्ष में माहौल बनाने में भी कामयाब नहीं रहे.

2017 में क्या हुआ था ?

सुखबीर सिंह बादल जलालाबाद सीट से लगातार तीन बार से चुनाव जीतते आ रहे थे. 2017 के विधानसभा चुनाव में भी सुखबीर यहां से विधायक चुने गए थे. उन्होंने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भगवंत मान को हराया था.

इस चुनाव में सुखबीर सिंह बादल को 75,271 वोट मिला था, जबकि आम आदमी पार्टी उम्मीदवार भगवंत मान को 56,771 वोट मिला था. साल 2012 और 2009 में भी उन्होंने जीत हासिल की थी.

2019 में फिरोजपुर से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सुखबीर सिंह बादल ने जलालाबाद विधानसभा सीट छोड़ दी थी. बाद में, उपचुनाव में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई थी. यह विधानसभा सीट फजिल्का जिले में आती है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×