राजस्थान चुनाव (Rajasthan Elections) के लिए बीजेपी ने अपने 83 उम्मीदावरों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम भी इस लिस्ट में है. वो अपनी पारंपरिक झालरापाटन सीट से चुनाव लड़ेंगी. इससे पहले बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में 41 उम्मीदवारों का ऐलान किया था.
दूसरी लिस्ट आने के बाद 200 सीट वाली विधानसभा में बीजेपी के कुल 124 उम्मीदवारों के नाम सामने आ गए हैं. आइए देखते हैं कि बीजेपी की दूसरी लिस्ट में क्या खास है.
किसको कहां से मिला टिकट?
दूसरी लिस्ट में बीजेपी ने कई बड़े नेताओं के नामों का ऐलान किया है. पार्टी ने झालरापाटन विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर नेता वसुंधरा राजे को टिकट दिया है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को अंबेर से टिकट मिला है. हाल ही में बीजेपी में आईं ज्योति मिर्धा को नागौर से उम्मीदवार बनाया गया हैं, तो नाथद्वारा से विश्वराज सिंह मेवाड़ को टिकट मिला है.
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को तारानगर से उम्मीदवार बनाया गया है. अपनी दूसरी सूची में, बीजेपी ने चित्तौड़गढ़ से नरपत सिंह राजवी को भी मैदान में उतारा है. राजवी पार्टी के कद्दावर नेता भैरों सिंह शेखावत के दामाद हैं. राजे के कई समर्थक भी बीजेपी की नई सूची में शामिल हैं.
बीजेपी ने इस लिस्ट में 10 महिला, 15 अनुसूचित जनजाति और 10 अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को टिकट दिया है.
कुछ बड़े नाम और सीट:
सतीश पूनिया, अंबेर सीट
वसुंधरा राजे, झालरापाटन
ज्योति मिर्धा, नागौर सीट
सिद्धी कुमारी, बीकानेर पूर्व सीट
संतोष अहलावत, सूरजगढ़ सीट
अनिता भदेल, अजमेर दक्षिण सीट
वासुदेव देवनानी, अजमेर उत्तर सीट
मंजू बाघमार, जायल सीट
सुमिता भींचर, मकराना सीट
शोभा चौहान, सोजन सीट
दीप्ति महेश्वरी, राजसमंद सीट
उम्मीदवारों की पूरी सूची
किनके टिकट कटे?
दूसरी लिस्ट में बीजेपी ने 8 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं. इसमें सांगनेर से पार्टी ने अशोक लाहोटी और चित्तौड़गढ़ से विधायक चंद्रभान सिंह का टिकट भी काटा है. चित्तौड़गढ़ में चंद्रभान सिंह की जगह नरपत सिंह राजवी को पार्टी ने टिकट दिया है. वहीं सांगनेर से भजनलाल शर्मा को टिकट मिला है.
पांच राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में 7 से 30 नवंबर के बीच चुनाव होंगे और नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. राजस्थान की सभी 200 सीटों पर 25 नवंबर को मतदान होगा.
2018 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 100 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी के खाते में 73 सीटें थीं. बीएसपी के समर्थन के बाद कांग्रेस ने सरकार बनाई थी.
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