भारत की राजनीति का वर्ल्डकप यानी कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले का सेमीफाइनल मैच खत्म हो चुका है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2023) को 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है और अब इन 5 राज्यों में वोटिंग भी हो चुकी है, और वोटिंग के आधार पर एग्जिट पोल भी सामने आ चुके हैं.
करीब-करीब देश के सभी बड़े एग्जिट पोल की मानें तो 5 में 2 राज्यों में बीजेपी और 2 में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है. एक में क्षेत्रीय दल सबसे बड़ी पार्टी की ओर बढ़ती दिख रही है.
एग्जिट पोल के मुताबिक तेलंगाना, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है, वहीं राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी. मिजोरम में कांग्रेस को फायदा मिलता दिख रहा है.
चलिए तो आपको आगे बताते हैं एग्जिट पोल में क्या है? अगर ये एग्जिट पोल सही साबित होते हैं तो 2024 के लोकसभा चुनाव पर क्या असर पड़ सकता है?
पहले 5 राज्यों के एग्जिट पोल में क्या है?
मध्य प्रदेश- एग्जिट पोल में BJP-कांग्रेस में टक्कर
मध्य प्रदेश में 230 सीटों पर चुनाव हुए हैं और ठोस ट्रैक रिकॉर्ड वाले पोलस्टर एजेंसियों में से इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया, टुडेज चाणक्य, और सीवोटर के एग्जिट पोल में कहीं बीजेपी तो कहीं कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है.
सीवोटर की माने तो कांग्रेस सरकार बनाती दिख रही है. कांग्रेस को 113-137 सीटें, बीजेपी को 88-112 और अन्य को 1-6 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं टुडेज चाणक्य के हिसाब से बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिल सकती है. बीजेपी को 139-163, कांग्रेस 62-86 सीट.
8 एग्जिट पोल में से 5 में कांग्रेस आगे दिख रही वहीं 3 में बीजेपी बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है. हालांकि जब आठों एग्जिट पोल का औसत देखते हैं तो बीजेपी 113 से 128 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा पार करती दिख रही है वहीं कांग्रेस 97 से 112 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर दिख रही है. साथ ही AAP, BSP और अन्य के खाते में 1-6 सीटें जाती दिख रही हैं.
अगर, साल 2018 के विधानसभा चुनाव परिणाम की बात की जाए तो उस वक्त 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 109 सीटें, कांग्रेस को 114 सीटें, BSP ने 2 सीटों पर कब्जा किया था, जबकि अन्य के खाते में 5 सीटें गईं थीं. कांग्रेस ने 114 सीटों के साथ सरकार बनाई थी. हालांकि, बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से अलग होने के बाद सरकार गिर गई थी और दोबारा शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी सरकार बनी थी.
राजस्थान में बीजेपी की वापसी
राजस्थान में राज बदलता और रिवाज कायम दिख रहा है. 1998 के बाद से - यानी 25 सालों में - किसी भी राजनीतिक दल ने राजस्थान में सत्ता में वापसी नहीं की है और इसबार भी एग्जिट पोल की माने तो कांग्रेस दोबारा सत्ता में वापसी नहीं कर रही है.
एग्जिट पोल का औसत निकालने पर बीजेपी सरकार बनाती दिख रही है. 7 एग्जिट पोल में बीजेपी को 97 से 112, कांग्रेस को 76 से 91 और अन्य के खाते में 11 से 16 सीट जाती दिख रही है. हालांकि अगर इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल को देखें तो यहां कांग्रेस को 86-106 सीट, बीजेपी को 80-100 सीट मिल सकती है.
अब सवाल है कि इस एग्जिट पोल का मतलब क्या है? अगर ये एग्जिट पोल सही साबित होता है तो इससे साफ हो जाएगा कि कांग्रेस के पायलट और 'जादूगर' की लड़ाई में कांग्रेस की उड़ान क्रैश हो रही है. मतलब सचिन पायलट और अशोक गहलोत की लड़ाई का कांग्रेस को नुकसान हुआ है. ये नुकसान इतना बड़ा रहा कि अशोक गहलोत की सरकारी योजनाओं ने भी पैराशूट का काम नहीं किया. इसके अलावा अगर अन्य के सीटों पर नजर डालें तो ये गेम चेंजर साबित हो सकते हैं.
एक और बात गौर करने की है कि राजस्थान में लोकसभा की 25 सीट है, 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 25 में से 24 सीटों पर जीत हासिल की थी. ये तब हुआ था जब राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. 2018 में 74.06% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था तब कांग्रेस ने 40.64% वोट शेयर के साथ 100 सीटों पर कब्जा जमाया तो बीजेपी के खाते में 73 सीटें आई थीं. बीजेपी का वोट शेयर 39.08% था.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी को फायदा लेकिन सरकार कांग्रेस की
बड़े एग्जिट पोल की माने तो छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कांग्रेस को नुकसान होता दिख रहा है लेकिन भूपेश बघेल की सरकार को कोई खतरा नहीं है. बीजेपी की सीटों में बढ़ोतरी हो सकती है. 10 एग्जिट पोल का औसत देखें तो बीजेपी को 30-38 और कांग्रेस को 40-48 सीट मिलती दिख रही है.
तेलंगाना में कांग्रेस, बीआरएस को झटका, ओवैसी जहां के तहां
तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के एग्जिट पोल चौंकाने वाले हैं. पहली बार तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है. सीएम चंद्रशेखर राव की पार्टी बीआरएस पिछड़ सकती है. वहीं एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को भी फायदा होता दिख रहा है और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM की सीट में कोई बढ़ोतरी नहीं है.
सभी एग्जिट पोल ने अनुमान लगाया है कि 9 साल सत्ता में रहने वाली बीआरएस 48-58 सीटें ला सकती हैं, वहीं, कांग्रेस 49-56 सीट ला सकती है. AIMIM को 7, लेकिन बीजेपी को फायदा होता दिख रहा है. पिछले चुनाव में बीजेपी को 1 सीट मिली थी, जब की इस बार 5-7 सीट मिल सकती है.
2018 के तेलंगाना चुनाव में:
तेलंगाना राष्ट्र समिति (अब बीआरएस) ने 88 सीटें जीतीं थी
कांग्रेस ने 19 सीटें
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने 7 सीटें जीतीं
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने 2 सीटें
बीजेपी ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी
निर्दलीय ने एक सीट जीती थी.
मिजोरम में हंग एसेंबली
मिजोरम (Mizoram) में 40 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस को बड़ा फायदा होता दिख रहा है. एग्जिट पोल के मुताबिक हंग असेंबली का अनुमान जताया गया है.
मिजोरम में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (MNF), जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) और कांग्रेस के बीच टक्कर देखने को मिल रही है. इस बार कांग्रेस को करीब 2-8 सीटें मिलती दिख रही है. वहीं एमएनएफ को करीब 5-10 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है. एमएनएफ को 15-21 सीटें मिल सकती हैं. जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) को बड़ा फायदा होता दिख रहा है. जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) 12-18 सीट ला सकती हैं. मतलब सरकार बनाने में कांग्रेस की अहम भूमिका हो सकती है.
2018 के चुनावों में, एमएनएफ ने 26 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था, जबकि कांग्रेस वोट शेयर के मामले में राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी क्योंकि उसने पांच सीटें हासिल की थीं. इस बीच, ZPM उम्मीदवारों ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और उन्हें आठ सीटें मिलीं.
5 राज्यों के एग्जिट पोल का मतलब क्या है?
अब आपको बताते हैं इन एग्जिट पोल के मायने क्या हैं. अगर आप 5 राज्यों के एग्जिट पोल को देखें तो फिलहाल भारत 'कांग्रेस मुक्त' होता नहीं दिख रहा है. कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में जीत के बाद एक बार फिर कांग्रेस कम से कम 2 राज्यों में सरकार बनाती दिख रही है. वहीं बीजेपी मध्य प्रदेश में वापसी कर सकती है, साथ ही राजस्थान में मजबूत होती दिख रही है.
MP में बीजेपी 'लाडली' या एंटी इंकंबेंसी का नुकसान
मध्य प्रदेश में 18 साल से बीजेपी सत्ता में है, पीएम मोदी का चेहरा है, साथ ही कांग्रेस के सबसे अहम चेहरों में से एक ज्योतिरादित्या सिंधिया का कई विधायकों के साथ बीजेपी में आना, इन सबके बावजूद बीजेपी मुश्किल में दिख रही है. एंटी इंकंबेंसी, बेरोजगारी, घोटाले के मुद्दे, शिवराज सिंह चौहान को सीएम चेहरा नहीं बनाना, ये वो वजह हैं जो बीजेपी को थोड़ा नुकसान करा सकती है. हालांकि कई एग्जिट पोल के आधार पर बीजेपी सरकार बना रही है. अगर बीजेपी सरकार बनाती है तो इसमें शिवराज के लाडली बहना योजना को भी क्रेडिट दिया जाएगा.
भारत जोड़ो यात्रा का कांग्रेस को फायदा?
अगर इस चुनाव के एग्जिट पोल को देखें तो हिंदुत्व का मुद्दा बैकफुट पर नजर आया, कांग्रेस ने बीजेपी के हिंदुत्व के मुद्दे को हावी नहीं होने दिया बल्कि हर राज्य में लोकल मुद्दे पर फोकस किया. कांग्रेस को तेलंगाना में राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा का भी फायदा होता कहीं न कहीं दिख रहा है.
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ तेलंगाना में 16 दिन रही थी. इस दौरान राहुल ने 19 विधानसभा क्षेत्रों और सात संसदीय क्षेत्रों में यात्रा की थी.
तेलंगाना में कांग्रेस की जीत दक्षिण भारत में बीजेपी की कमजोर होने की गवाही है. कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना में बीजेपी का कोई असर नहीं दिख रहा है. इन राज्यों में न तो बीजेपी के पास बड़ा नेता है, न ही हिंदुत्व का कार्ड काम आ रहा है. इसके उलट दक्षिण में कांग्रेस मजबूती के साथ उभर रही है. वहीं जिस उत्तर भारत में बीजेपी की स्थिति मजबूत है, वहां भी कांग्रेस उसके पीछे तेजी से आ रही है.
किस राज्य में लोकसभा की कितनी सीटें
मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीट (BJP -28, कांग्रेस- 00)
छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीट (BJP-9, कांग्रेस- 02)
राजस्थान में लोकसभा की 25 सीट (BJP-24, कांग्रेस - 01)
तेलंगाना में लोकसभा की 17 सीट (BJP- 04, कांग्रेस- 03)
मिजोरम में लोकसभा 01 सीट है (BJP- 00, कांग्रेस- 00)
जिन पांच राज्यों में चुनाव हुए हैं, उनमें कुल 83 लोकसभा सीट हैं. इनमें से 3 राज्यों को हिंदी पट्टी वाला राज्य माना जाता है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की बात करें तो इन तीन राज्यों में कुल 65 सीट हैं. फिलहाल इन 83 में से 65 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. वहीं कांग्रेस के पास 6 लोकसभा सीट हैं.
ये एग्जिट पोल कितने सही साबित होंगे ये तीन दिसंबर को आपको पता चलेगा, इसके लिए बने रहिए क्विंट हिंदी के साथ.
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