उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, योगी आदित्यनाथ जानते हैं कि गंगा साफ नहीं है इसलिए उन्होंने गंगा नदी (River Ganga) में डुबकी नहीं लगाई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उदघाटन के बाद गंगा नदी में डुबकी लगाई थी. जिसके बाद से बयानबाजी शुरू हो गई थी.
योगी आदित्यनाथ ने की थी बयानबाजी की शुरुआत
विरोधियों पर हमला बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि महात्मा गांधी वाराणसी आए और यहां की गंदगी पर अफसोस किया तब से कई लोग गांधी के नाम का उपयोग करके सत्ता में आए हैं, लेकिन गांधी-जी के सपने को साकार करते हुए हम पहली बार देख रहे हैं.
अखिलेश यादव ने ट्विटर पर ये भी दावा किया की ये परियोजना उनकी सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई और उनके समय में ही इसके लिए करोड़ों का आवंटन हुआ.
अखिलेश यादव के पीएम पर दिए बयान को लेकर विवाद
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद जब कुछ पत्रकारों ने अखिलेश यादव से सरकार के एक महीने के कार्यक्रम के बारे में सवाल किया तब उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "सिर्फ एक महीना ही क्यों? उन्हें दो महीने, तीन महीने रहना चाहिए. रहने के लिए यह एक अच्छी जगह है. जब अंत करीब होता है, तो लोग बनारस में रहते हैं."
जवाब में बीजेपी (BJP) ने अखिलेश यादव को असभ्य बताया था और इस बयान के लिए बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कड़ी अप्पत्ति जताई और बीजेपी समर्थकों ने ट्विटर पर अखिलेश यादव से माफी मांगने की मांग की.
पीएम मोदी के दौरे को लेकर दिए बयान पर विवाद बढ़ने के बाद अखिलेश यादव ने साफ किया है कि उन्होंने सरकार के आखिरी समय और अंत की बात कही थी.
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