आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Elections) से पहले, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने 18 दिसंबर को राहुल गांधी के पूर्व लोकसभा क्षेत्र अमेठी में पदयात्रा की. 2019 में लोकसभा चुनाव में अपनी हार के 2.5 साल बाद अमेठी आये राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के साथ जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी और बीजेपी सरकार पर तीखा प्रहार किया.
जहां एक तरफ पीएम मोदी शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना शिलान्यास करते हुए 594 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को यूपी के विकास के लिए नया दरवाजा बता रहे थे वही दूसरी तरफ राहुल गांधी अमेठी के जगदीशपुर में बेरोजगारी और महंगाई के लिए सीएम-पीएम से जवाब मांग रहे थे.
डालते हैं नजर राहुल गांधी- प्रियंका गांधी वाड्रा के अमेठी पदयात्रा की 5 बड़ी बातों पर
1. भाषण में राहुल- प्रियंका ने अमेठी से गांधी परिवार के रिश्ते पर दिया जोर
जनसभा को संबोधित करने के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा, दोनों नेताओं ने अमेठी के साथ गांधी परिवार के संबंधों पर जोर दिया और बताया कि उन्हें यहां कैसे प्यार दिया गया. दोनों को उस जिले में भीड़ के साथ भावनात्मक संबंध जोड़ता देखा गया, जिसे कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था.
"मैं 2004 में राजनीति में आया था. अमेठी वह शहर था जहां मैंने अपना पहला चुनाव लड़ा था. अमेठी के लोगों ने मुझे राजनीति के बारे में बहुत कुछ सिखाया है. आपने मुझे राजनीति का रास्ता दिखाया है और मैं अमेठी से सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं."राहुल गांधी
2. बेरोजगारी, महंगाई, नोटबंदी, GST, कोरोना- राहुल के निशाने पर रहे पीएम मोदी
राहुल गांधी ने अपने संक्षिप्त लेकिन तीखे भाषण में बेरोजगारी, महंगाई, नोटबंदी, जीएसटी, कोरोना महामारी के दौरान कुप्रबंधन और कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों की मौत सहित कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया.
“आप आज की स्थिति से अवगत हैं. बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़े सवाल हैं जिनका जवाब न तो सीएम देंगे और न ही पीएम. पीएम कुछ दिन पहले गंगा में डुबकी लगा रहे थे लेकिन बेरोजगारी की बात नहीं करेंगे. मैं आपको बताऊंगा कि क्यों युवा रोजगार से वंचित हैं. प्रधान मंत्री द्वारा लिए गए कुछ फैसलों से मिडिल क्लास के लोग और गरीबों को बुरी तरह प्रभावित हुए, जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर बेरोजगारी भी आई. नोटबंदी, गलत तरीके से लागू किया गया GST, कोविड संकट के दौरान कोई मदद नहीं देना भारत में बेरोजगारी के प्रमुख कारण हैं.”राहुल गांधी
3. राहुल गांधी के भाषण में फिर दिखा “हिंदू बनाम हिंदुत्वादी” का पाठ
राहुल गांधी ने अपने भाषण में हिंदू बनाम हिंदुत्वा का मुद्दा जारी रखा. राहुल ने वाराणसी में पीएम मोदी के 'गंगा स्नान' पर हमला किया और कहा कि गंगा में केवल एक 'हिंदुत्ववादी' अकेले स्नान करता है, जबकि 'एक हिंदू करोड़ों लोगों के साथ स्नान करता है’.
“हिंदू क्या होता है ? क्या हिंदू झूठा होता है? हिंदू का मतलब वह व्यक्ति जो पूरी जिंदगी सच्चाई की राह पर चलता है. जो डर के सामने सिर नहीं झुकाता. जो अपने डर को क्रोध और नफरत में नहीं बदलता. वह हिंदू है. इसके सबसे बेहतर उदाहरण महात्मा गांधी हैं. पूरी जिंदगी सच को समझने में लगा दी…नाथूराम गोड्से हिंदुत्ववादी था. उसे किसी ने महात्मा नहीं कहा. नाथूराम ने हिंदू की छाती में तीन गोली मारी। सच बोलने वाले को गोली मारी। नाथूराम कमजोर था. कायर था. डर का सामना नहीं कर सका.”राहुल गांधी
4. प्रियंका गांधी की महिला केंद्रित चुनावी रणनीति को लेकर संभावित महिला उम्मीदवारों में उत्साह
अमेठी की जनसभा में "मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं" की तख्ती लिए महिला समर्थकों की अच्छी खासी मौजूदगी थी. प्रियंका गांधी की महिला केंद्रित चुनावी रणनीति को लेकर संभावित महिला उम्मीदवारों में उत्साह देखने को मिल रहा है.
मालूम हो कि कांग्रेस ने चुनावी वादा किया है कि अगर उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव पार्टी जीतती है तो महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 40 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा. प्रियंका गांधी ने बार-बार दोहराया है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी महिला उम्मीदवारों को यूपी चुनाव में 40 फीसदी टिकट देगी.
5. 'राहुल हारे नहीं EVM ने हराया'
दिलचस्प बात यह है कि अमेठी जनसभा में मौजूद बहुत सारे कांग्रेस समर्थकों का मानना था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल की अभूतपूर्व हार का कारण ईवीएम हैक था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)