देवभूमि उत्तराखंड (Uttarakhand) में रुझान तेजी से बदल रहे हैं, जहां काउंटिंग की शुरुआत में बीजेपी पिछड़ रही थी, वहीं अब बीजेपी बाजी मारती दिख रही है. रुझान को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि उत्तराखंड में वो होने जा रहा है जो आजतक नहीं हुआ. यानी सत्तारूढ़ पार्टी की वापसी. उत्तराखंड में सरकार बनाने के लिए मैजिक नंबर यानी बहुमत का आंकड़ा 36 है. 70 विधानसभा सीटों वाली उत्तराखंड में 10 बजे तक के रुझान के मुताबिक बीजेपी 36 सीटों पर आगे है, वहीं कांग्रेस 19 सीटों पर दिख रही है. इसका मतलब ये हुआ कि बीजेपी बहुमत की ओर बढ़ चुकी है.
हालांकि बीजेपी नेता और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी उधम सिंह नगर की खटीमा सीट से पीछे चल रहे हैं.
बता दें कि 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 57 सीट जीतकर सरकार बनाई थी, वहीं कांग्रेस को सिर्फ 11 सीट ही मिली थी, जबकि दो सीट अन्य के खाते में गई थी.
शुरुआती रुझान को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि बीजेपी ने पांच साल में तीन सीएम बदल कर एंटी इनकंबेसी का नुकसान कम कर लिया.
कांग्रेस के हरीश रावत पीछे
फिलहाल भारतीय चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार 9.35 AM तक के अपडेट में कांग्रेस नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने लालकुआं सीट से पीछे चल रहे हैं.
देवभूमि उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर सोमवार, 14 फरवरी को 65.10% वोट पड़े थे. हालांकि यह 2017 के चुनावों में पड़े कुल वोटों से कम है क्योंकि तब 65.64% वोट पड़े थे.
एग्जिट पोल में दिखी थी कांटे की टक्कर
वोटिंग के तुरंत बाद जारी हुए एग्जिट पोल्स के एवरेज निकालने पर बीजेपी को उत्तराखंड में 35 सीटें मिलती दिख रही थीं. वहीं उसकी निकट प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस को उससे तीन सीटें कम यानी कि 32 सीटें मिल रही थीं. इसके अलावा AAP काे 1 सीट और दो सीटें अन्य को भी मिल रही थीं. हालांकि रुझान को देखें तो एग्जिट पोल गलत साबित होते दिख रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)