मोहम्मद जहूर संगीत की दुनिया का वो सितारा जिन्हें जमाना खय्याम के नाम से जानता है. अब वो हमारे बीच नहीं रहे. भारतीय सिनेमा के दिग्गज संगीतकार खय्याम का सोमवार देर शाम को 92 साल की उम्र उनका निधन हो गया. खय्याम आज भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके नगमे अमर हैं.
खय्याम ने पहली बार फिल्म 'हीर रांझा' में संगीत दिया, लेकिन मोहम्मद रफी के गीत 'अकेले में वह घबराते तो होंगे' से उन्हें बॉलीवुड में पहचान मिली. इसके बाद फिल्म 'शोला और शबनम' ने उन्हें संगीतकार के तौर पर स्थापित कर दिया. मशहूर गीतकार साहिर के साथ खय्याम ने ऐसी जुगलबंदी पेश की कि उनका संगीत पूरे आवाम की जुबान पर जादू की तरह छा गया.
खय्याम आज भी संगीतकारों के लिए नजीर हैं, उनके गाने आज भी लोगों के दिलों को छू जाते हैं.
इन आंखों की मस्ती
करोगे याद तो...
जिंदगी जब भी तेरी बज्म में
आजा रे ओ मेरे दिलबर
ऐ दिले नादान....
मैं पल दो पल का शायर हूं....
मोहब्बत बड़े काम की चीज है....
फिर
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