25 सालों का करियर, 400 से ज्यादा फिल्में भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार और गोरखपुर से बीजेपी के टिकट पर नए-नए सांसद बने रवि किशन का आज जन्मदिन है. जौनपुर के छोटे से गांव के रहने वाले रवि किशन के घरवालों को ये कतई मंजूर नहीं था कि उनका बेटा हीरो बने, लेकिन किस्मत ने उन्हें भोजपुरी फिल्मों का सबसे बड़ा स्टार बना दिया. जिसने भोजपुरी सिनेमा को पूरी दुनिया में पहचान दिलाई.
रवि किशन के पिता एक पुजारी थे, रवि किशन का बचपन गुरबत में गुजरा, गंगा के किनारे खेलते-खेलते रवि किशन रामलीला में सीता का किरदार निभाने लगे, इसके लिए वो अपनी मां की साड़ियां चुराकर ले जाते थे. जिसके लिए एक दिन अपने पिता से खूब मार भी पड़ी. रवि किशन के पिता फिल्मी दुनिया को सम्मानित पेशा नहीं मानते थे, इसलिए बेटे का एक्टिंग करना पसंद नहीं आता था.
सलमान की फिल्म ‘तेरे नाम’ से मिली पहचान
रामलीला करते-करते रवि किशन को एक्टिंग के कीड़े ने काटा तो 16 साल की उम्र में अपनी मां से 500 रुपये लेकर हीरो बनने मायानगरी मुंबई निकल पड़े. अब मुंबई तो पहुंच गए, लेकिन काम मिलना मुश्किल था, तो रवि किशन ने थियेटर में छोटे-छोटे रोल करना शुरू कर दिया. रवि किशन की पहली फिल्म थी, पीतांबर जो सुपर फ्लॉप हो गई.
इसके बाद रवि किशन ने रानी और महारानी, जख्मी दिल, उधार की जिंदगी जैसी कई फिल्में की. लेकिन रवि किशन को पहचान मिली तेरे नाम से..तेरे नाम में रवि किशन ने अपने रियल लाइफ पिता को ही कॉपी किया था. इसी फिल्म के बाद रवि किशन को लोग जानने लगे.
रवि किशन कैसे बने भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार
2001 में रवि किशन को भोजपुरी फिल्म सइया हमार का ऑफर मिला. रवि किशन की पहली ही भोजपुरी फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई. उसके बाद कन्यादान, गंगा जैसी माई जैसी कई भोजपुरी फिल्में आईं, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया. रवि किशन के करियर में चार चांद लगाया फिल्म पंडित जी बताईन वियाह कैसे होई ने, ये फिल्म सुपरहिट हुई और धीरे-धीरे रवि किशन भोजपुरी सिनेमा के बड़े स्टार बनते गए.
रवि किशन ऐसे एक्टर हैं, जिन्होंने बॉलीवुड और भोजपुरी सिनेमा ही नहीं, बल्कि दूसरी भाषाओं की फिल्मों में भी काम किया. रवि बिग बॉस के पहले सीजन में खास मेहमान भी बने. बिग बॉस के घर में उनका एक देसी डायलॉग काफी हिट हुआ था- ‘जिंदगी झंड बा फिर भी घमंड बा’... बिग बॉस से रवि किशन को देशभर में पहचान मिली.
अभिनेता रवि किशन के नेता बनने का सफर
बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में रवि किशन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर से चुनावी मैदान में उतारा. ‘जिंदगी झंड बा और गठबंधन के मुंह बंद बा’ इसी स्लोगन के साथ रवि किशन ने गोरखपुर की गलियों में चुनावी रैली की. रवि किशन को जब मैदान में उतारा गया तो लोगों को उनकी जीत पर भी शक था, लेकिन रवि किशन यहां भी विनर बनकर उभरे.
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