ADVERTISEMENTREMOVE AD

होमोसेक्शुएलिटी पर बन चुकी हैं ये फिल्में, जमकर हुआ विवाद

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

होमोसेक्सुअलिटी पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद समलैंगिक समाज में खुशी की लहर है. यही नहीं बॉलीवुड ने भी इस फैसले का खुलकर स्वागत किया है.सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिकता को अवैध बताने वाली IPC की धारा 377 पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा कि समलैंगिकता अब अपराध नहीं है. करण जौहर से लेकर आयुष्मान खुराना, स्वरा भास्कर जैसे कई कलाकारों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर की है.

इस मुद्दे पर बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है. बात चाहे शबाना आजमी की फिल्म 'फायर' की हो या फिर मनोज बाजपेयी की फिल्म 'अलीगढ़' की इन दिग्गज कलाकारों ने भी अपनी फिल्म के जरिए कहीं न कहीं समाज की एक कड़वी सच्चाई को सामने लाने की कोशिश की थी. ऐसी कई फिल्में बनाई गईं, जिसमें समलैंगिक संबंधों को अपराध बताने वाले समाज की तस्वीर पर्दे पर दिखाई गई. इन फिल्मों को दर्शकों ने काफी पसंद भी किया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

फैशन

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

फिल्म ‘फैशन’ में समीर सोनी ने एक गे का रोल प्ले किया है. जिसमें बताया गया है कि कैसे हमारी सोसायटी किसी शख्स की तमाम खूबियों को उसके गे होने की वजह से नकार देती है. ऐसे में कोई भी इंसान डिप्रेशन का शिकार हो सकता है.

दोस्ताना

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

जॉन अब्राहम और अभिषेक बच्चन की इस फिल्म ‘दोस्ताना’ में दो दोस्त किराए से घर पाने के लिए ‘गे’ होने का नाटक करते हैं.

माय ब्रदर निखिल

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

डायरेक्टर ओनिर की फिल्म ‘माई ब्रदर निखिल’ साल 2005 में आई थी. इस फिल्म में दो लड़कों के बीच समलैंगिक रिश्ते को दिखाया गया है. यह फिल्म समलैंगिक संबंधों के अलावा एचआईवी एड्स के मुद्दे पर भी आधारित थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कपूर एंड संस

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

फेमस एक्टर फवाद खान इस फिल्म में गे के किरदार में हैं. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे समलैंगिक लोगों की जिंदगी भी सामान्य लोगों की तरह उतार-चढ़ाव से भरी होती है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

फायर

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

शबाना आजमी और नंदिता दास की फिल्म ‘फायर’ साल 1996 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में पहली बार दो महिलाओं के बीच समलैंगिक रिश्तों को दिखाया गया था. दो औरतों के बीच संबंध बनते देखकर लोगों ने इसे भारतीय सभ्यता को नुकसान पहुंचाने वाली फिल्म बताते हुए इस फिल्म का काफी विरोध किया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

गर्लफ्रेंड

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

साल 2004 में आई इस फिल्म पर बहुत हंगामा हुआ था. जैसा की फिल्म के नाम से पता चल रहा है फिल्म में लेस्बियन रिश्ते को द‍िखाया गया था. फिल्म में ईशा कोपिकर और अमृता अरोरा ने लीड रोल किया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बॉम्बे टॉकीज

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

फिल्म ‘बॉम्बे टॉकीज’ में अलग-अलग कहानियां शामिल हैं. पहली कहानी में तीन कैरेक्टर हैं, जिन्हें रानी मुखर्जी, रणदीप हुड्डा और साकिब सलीम ने निभाया है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे नई पीढ़ी के लोग सबके सामाने आराम से स्वीकार करते हैं कि वह गे या लेस्बियन हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

अलीगढ़

बॉलीवुड फिल्मों के जरिए अपना नजरिया रखता आया है.

मनोज बाजपेयी और राजकुमार राव स्टारर ‘अलीगढ़’ साल 2016 में आई थी. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रो रामचंद्र के जीवन पर बनी इस फिल्म पर भी विवाद हुआ था. यह फिल्म रियल स्टोरी पर बेस्ड थी.

यह भी पढ़ें: समलैंगिकता पर कोर्ट के फैसले के बाद बॉलीवुड ने भी खुशी जताई

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×