फिल्म ‘पद्मावत’ (पहले ‘पद्मावती’) पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. संजय लीला भंसाली की फिल्म भले ही 25 जनवरी को रिलीज होने जा रही हो, लेकिन राजस्थान में ये रिलीज नहीं होगी.
राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब सिंह कटारिया ने इस बात की पुष्टि की है.
कटारिया ने कहा, ''राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे के पुराने आदेश के आधार पर 'पद्मावत' फिल्म राजस्थान में रिलीज नहीं होगी.''
पिछले साल नवंबर में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा था कि 'पद्मावती' राज्य में तब तक रिलीज नहीं होगी, जब तक इसमें जरूरी बदलाव न कर दिए जाएं.
1 दिसंबर को रिलीज होनी थी फिल्म 'पद्मावत'
पहले ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी थी. लेकिन देश भर में फिल्म और उसके कलाकारों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद रिलीज को टाल दिया गया. इसके अलावा समय रहते, संजय लीला भंसाली और प्रोडक्शन कंपनी वायकॉम 18, सेंसर सर्टिफिकेट भी हासिल नहीं कर सके थे.
बाद में फिल्म सेंसर बोर्ड के एक्सपर्ट पैनल के पास पहुंची जिसमें इतिहासकार भी शामिल थे. फिल्म में मोटे तौर पर पांच बदलाव किए गए हैं जिसके बाद भंसाली की महत्वाकांक्षी फिल्म पद्मावत को सेंसर की हरी झंडी दिखाई गई.
‘पद्मावत’ में किए गए ये बदलाव
- फिल्म का नाम पद्मावती से बदलकर पद्मावत किया गया
- फिल्म की शुरुआत में एक डिस्क्लेमर डाला जाएगा कि फिल्म ऐतिहासिक तथ्यों के सत्य होने का दावा नहीं करती.
- पहले ही रिलीज हो चुके गाने घूमर में भी तब्दीली की जाएगी
- सती प्रथा के समर्थन न करने का डिस्क्लेमर भी जोड़ा जाएगा
- फिल्म में दिखाई गई ऐतिहासिक जगहों के बारे में जानकारी दुरुस्त की जाएगी
पसरता गया विवाद?
पद्मावती को लेकर शहर-शहर चले प्रदर्शनों की अगुवाई ज्यादातर जगहों पर करणी सेना कर रही थी. करणी सेना का आरोप है कि फिल्म, चित्तौड़ की रानी, पद्मावती को गलत तरीके से पेश करती है. फिल्म सेंसर से भले पास हो गई हो लेकिन करणी सेना के अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह कलवी ने कहा कि इतने से वो संतुष्ट नहीं हैं. फिल्म पर पूरी तरह बैन लगाने की मांग की जाएगी.
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