बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने कॉपीराइट एक्ट पर सवाल उठाए है. कॉपीराइट एक्ट 1975 की वजह से अमिताभ अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की रचनाओं पर से कॉपीराइट का अधिकार खो देंगे. इस एक्ट के तहत किसी भी साहित्यिक रचनाओं पर उनके वंशजों का कॉपीराइट लेखक की मौत के 60 साल बाद तक ही रह सकती है.
हमेशा के लिए हक की मांग
अमिताभ ने इस पर सवाल उठाते हुए अपने ब्लॉग में लिखा है- कोई भी मौलिक रचना लेखक की विरासत होती है, लेकिन उसकी मौत के 60 साल बाद वह आम लोगों की हो जाएगी. ऐसा नहीं होना चाहिए. किसी भी रचनाकार का उसके साहित्य, ड्रामा और म्यूजिक पर केवल 60 साल नहीं, बल्कि हमेशा के लिए हक होना चाहिए.
हरिवंश राय बच्चन की रचनाओं पर जताया अपना हक
अमिताभ ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की रचनाओं पर केवल अपना हक जताया है. उन्होंने लिखा है कि उनके बाबूजी की कविताओं पर केवल उनका हक है. अमिताभ ने कॉपीराइट एक्ट को पूरी तरह से बकवास बताते हुए लिखा है. मेरी विरासत हमेशा मेरी रहेगी, इस पर किसी और का कभी हक नहीं होगा. अगर जरूरत पड़ी तो वो इसके लिए जरूर लड़ेंगे.
पब्लिक होने पर रचनाओं को नुकसान पहुंचने का डर
अमिताभ ने सवाल उठाया है कि अगर उनके पिता की रचनाओं को पब्लिक कर दिया जाएगा. तो उसे आम लोग नुकसान पहुंचा सकते हैं. उन्होंने लिखा है इसे पब्लिक करने पर लोग उसे खरोंच सकते हैं, खराब कर सकते हैं, खत्म कर सकते हैं या अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें- अमिताभ बच्चन के अंदर का ‘शायर’ फिर जागा, इस तरह हाल किया बयां
[क्विंट ने अपने कैफिटेरिया से प्लास्टिक प्लेट और चम्मच को पहले ही 'गुडबाय' कह दिया है. अपनी धरती की खातिर, 24 मार्च को 'अर्थ आवर' पर आप कौन-सा कदम उठाने जा रहे हैं? #GiveUp हैशटैग के साथ @TheQuint को टैग करते हुए अपनी बात हमें बताएं.]
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)