वर्सिटैलिटी के बादशाह माने जाने वाले प्लेबैक सिंगर हरिहरन का जन्म 3 अप्रैल 1955 को हुआ था. हरिहरन ने कर्नाटक, हिंदुस्तानी क्लासिकल, गजल से लेकर पॉप और बॉलीवुड गाने भी गाए हैं. इतनी ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद, हरिहरन का मानना है कि उनके लिए स्ट्रगल करना बहुत जरूरी है, क्योंकि उससे जिंदगी के भाव की समझ बढ़ती है जो आर्ट के लिए बहुत जरूरी होता है. आज उनके जन्मदिन पर सुनिए उनके गाए बेहतरीन गाने:
हरिहरन आज भी रोजा (1992), बॉम्बे (1995), ताल (1999), हम दिल दे चुके सनम (1999), खामोशी (1996) और लक्ष्य (2004) के गानों के लिए जाने जाते हैं.
“मेरे पिता ने मुझे कर्नाटक म्यूजिक जरूर सिखाया था, लेकिन वो आमिर खान साहब और बड़े गुलाम अली साहब के बहुत बड़े फैन थे. हमने कभी भी म्यूजिक को रीजन के हिसाब से नहीं, बल्कि अच्छे और बुरे म्यूजिक के हिसाब से अलग किया. म्यूजिक मेरे हिसाब से हमेशा भावपूर्ण होना चाहिए.”
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