दूसरा टेस्ट नेगेटिव आने के बाद कनिका कपूर को डिस्चार्ज कर दिया गया था, जिसके बाद से वो 14 दिन के क्वॉरन्टीन नें हैं. इस क्वॉरन्टीन पीरियड के बाद लखनऊ पुलिस कनिका से पूछताछ करेगी. लखनऊ के चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) ने कनिका के खिलाफ सरोजिनी नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी.
इसके अलावा, कनिका के खिलाफ लापरवाही को लेकर दो और केस दर्ज हैं. एक एफआईआर हजरतगंज पुलिस थाने और एक गोमती नगर पुलिस स्टेशन में.
कनिका के खिलाफ सरोजिनी नगर में एफआईआर आईपीसी के सेक्शन 269, 270 और 188 के तहत दर्ज की गई है. पुलिस सेंट्रल के डिप्टी कमिश्नर ने कहा, "CMO की शिकायत पर एक एफआईआर दर्ज की गई थी."
विदेश से लौटीं थीं कनिका
लंदन से लौटने के बाद कनिका कपूर का कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया था. इसके बाद उन्हें संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भर्ती किया गया था. कनिका पर आरोप लगा था कि उन्होंने अधिकारियों से अपनी विदेश यात्रा की जानकारी छिपाई. विदेश से लौटने के बाद वो लखनऊ में कई हाई-प्रोफाइल पार्टियों में भी शामिल हुई थीं. इस पार्टी में वसुंधरा राजे सिंधिया और उनके बेटे और बीजेपी सांसद दुष्यंत सिंह जैसे लोग शामिल हुए थे.
अस्पताल स्टाफ पर लगाए थे आरोप
पॉजिटिव आने के बाद कनिका कपूर ने एक इंटरव्यू में अस्पताल स्टाफ पर सही तरीके से नहीं पेश आने का आरोप लगाया था. कनिका ने कहा था कि जब उन्होंने एडमिट होने के बाद खाना मांगा तो उन्हें केवल 'दो छोटे केले और एक संतरा दिया गया, जिसपर मक्खियां थीं.' उन्होंने कहा कि वो जिस कमरे में रह रही हैं, उसमें धूल है और मच्छर भी हैं.
कनिका ने कहा कि जब उन्होंने डॉक्टर से कमरा साफ करवाने के लिए कहा, तो डॉक्टर ने उनसे कहा कि वो 5-स्टार होटल जैसे ट्रीटमेंट की उम्मीद न करें.
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