ड्रग्स केस में 27 दिन बाद आर्यन खान (Aryan Khan)और अन्य आठ आरोपियों को जमानत भले ही मिल गई हो लेकिन इस केस के हर किरदार की चुनौतियां अभी बाकी हैं. नवाब मलिक ट्वीट कर रहे हैं कि 'पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त', तो वहीं संजय राउत का कहना है कि 'इंटरवल के बाद की पिक्चर मैं दिखाऊंगा'. लेकिन खुद नवाब मलिक के सामने भी चुनौतियां हैं. दरअसल इस केस से जुड़े 5 किरदारों के सामने ही चुनौतियां हैं.
कहानी के मुख्य किरदार- आर्यन खान की चुनौतियां
आर्यन को हर शुक्रवार को 11 से 2 बजे के बीच NCB दफ्तर में हाजिरी लगानी होगी.आर्यन खान अभी विदेश नहीं जा सकते , बल्कि अपना पासपोर्ट NDPS कोर्ट में सौंपना होगा. कोर्ट में व्हाट्सएप चैट्स के आधार पर आर्यन खान को अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का हिस्सा बताया गया था. अब आर्यन को खुद को बेगुनाह साबित करना होगा.
शाहरुख खान के सामने चुनौती
मुंबई ड्रग्स पार्टी मामले में आर्यन खान की गिरफ्तारी वाले एपिसोड के साथ शाहरुख के ब्रांड वैल्यू को भी नुकसान झेलना पड़ सकता है. शाहरुख खान से जुड़ी फिल्में और विज्ञापन प्रभावित हो सकते हैं.
NCB अधिकारी समीर वानखड़े की चुनौतियां
इस मामले में जांच कर रहे अधिकारी मुंबई NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ही अब जांच के लपेटे में हैं. गवाह प्रभाकर सेल ने समीर पर उगाही के आरोप मढ़े हैं. इसके बाद वानखेड़े अपने ही महकमे और मुंबई पुलिस की जांच के दायरे में हैं. खुद को बेगुनाह साबित करना उनकी सबसे बड़ी चुनौती होगी.
NCP नेता और मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर धर्म छुपाकर गलत तरीके से SC आरक्षण का लाभ लेने के आरोप लगाए है. इन आरोपों को गलत साबित ना करने पर वानखेड़े को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है.
वानखेड़े के खिलाफ प्रभाकर सेल के अलावा भी अन्य गवाहों ने बयान दिए है. उनका आरोप है कि वानखेड़े ने उनसे ब्लैंक पेपर पर दस्तखत लिए और फर्जी काम किया है. साथ ही एक गवाह को कई केस में इस्तेमाल करने की बात भी सामने आ रही है. इन आरोपों से भी वानखेड़े को बाहर आना होगा.
NCB की चुनौतियां
आर्यन का केस हाई प्रोफाइल है. ब्यूरो ने आर्यन पर ड्रग्स रैकेट में शामिल होने जैसे बड़े आरोप लगाए हैं. अगर ये आरोप साबित न हुए तो साख को बहुत नुकसान होगा. रिया केस में पहले ही फजीहत हो चुकी है. समीर वानखेड़े अगर आंतरिक जांच और मुंबई पुलिस की जांच मे फंसे तो महकमे की साख पर बट्टा लगेगा
नवाब मलिक की चुनौतियां
अब बात करते हैं ऐसे किरदार कि जिसने आरोपों की बौछार कर इस केस को ही घुमा दिया है. वानखेड़े और बीजेपी पर आरोपों के बाद नवाब मलिक बीजेपी के निशाने पर हैं. बीजेपी नेताओं की तरफ से अब नवाब मलिक पर घोटाले के आरोप होने लगे हैं. अगर IT, ED, CBI जैसी एजेंसियों की जांच होती है ये मलिक के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी.
मलिक ने आरोप तो कई लगाए लेकिन पुलिस या कोर्ट में शिकायत दर्ज नहीं की. मलिक के सामने इन आरोपों को साबित करने की चुनौती होगी.
मलिक पर आरोप लग रहा है कि अपने दामाद पर एक्शन से खफा होकर वो NCB के पीछे पड़े हैं. मंत्री के रूप में कर्तव्य नहीं निभा रहे बदली व्यक्तिगत बदले की भावना से काम कर रहे हैं. उनके सामने ये तोहमत हटाने की चुनौती होगी. नवाब मलिक ये सब नहीं कर पाए तो महाराष्ट्र सरकार तक भी आंच पहुंचेगी.
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