अक्सर ऐसा देखा जाता है कि राजनेताओं के बेटे-बेटी या भाई-बहन राजनीति में ही दिलचस्पी लेकर उसमें 'करियर' बनाते हैं. लेकिन कुछ राजनेताओं के बच्चों ने राजनीति की जगह बॉलीवुड की राह पकड़ी और उसमें अपनी अलग पहचान बनाई है.
सबसे हाल का उदाहरण बिहार का है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप अब बॉलीवुड में एंट्री करने जा रहे हैं. वे राजनीति के बाद अब फिल्मों में किस्मत आजमाने जा रहे हैं.
इस कड़ी में कुछ और नाम लिए जा सकते हैं. इनमें कुछ हुए कामयाब, तो कुछ नाकाम.
रितेश देशमुख
बॉलीवुड के एक्टर, प्रोड्यूसर रितेश देशमुख राजनीतिक परिवार से ही आए हैं. इनके पिता विलासराव देशमुख महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (1999-03, 2004-08) रह चुके हैं. रितेश देशमुख को हिंदी और मराठी फिल्मों के लिए कॉमेडी जाना जाता है.
फिल्मों में बेहतरीन अदाकारी के लिए इन्हें बेस्ट कॉमेडियन, बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट एक्टर, बेस्ट निगेटिव रोल के लिए अवॉर्ड दिया जा चुका है.
रितेश देशमुख ने फिल्मी दुनिया में अपने करियर की शुरुआत साल 2003 में फिल्म 'तुझे मेरी कसम' में अभिनय से की थी. उसके बाद 'मस्ती', 'क्या कूल हैं हम', 'मालामाल वीकली', 'डरना जरूरी है', 'अपना सपना मनी मनी', 'धमाल', 'हे बेबी', 'हाउसफुल', 'ग्रेड ग्रांड मस्ती' जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया.
अरुणोदय सिंह
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के पोते और कांग्रेस नेता अजय सिंह के बेटे अरुणोदय सिंह भी बॉलीवुड के जाने-माने एक्टर हैं. अरुणोदय ने राजनीति में दिलचस्पी न लेकर बॉलीवुड में करियर बनाने की राह चुनी.
साल 2009 में अरुणोदय सिंह ने पीयूष झा की फिल्म 'सिकंदर' से बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस फिल्म में इन्होंने जहीरर कदीर का किरदार निभाया था.
इसके बाद अरुणोदय 'आएशा', 'ये साली जिंदगी', 'मैं तेरा हीरो', 'मोहनजोदड़ो', 'ब्लैकमेल', 'मिस्टर एक्स' जैसी कई फिल्मों में नजर आए. दर्शकों ने इनकी एक्टिंग को काफी सराहा है और फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कारोबार किया.
नेहा शर्मा
बॉलीवुड की खूबसूरत एक्ट्रेस नेहा शर्मा भी राजनीतिक परिवार से संबंध रखती हैं. इनके पिता अजित कुमार शर्मा कांग्रेस पार्टी के नेता हैं. अजित शर्मा बिहार उपचुनाव (2014) में भागलपुर से कांग्रेस विधायक चुने गए थे.
नेहा शर्मा तेलुगू फिल्मों का फेमस चेहरा हैं. इन्होंने साल 2007 में तेलुगू फिल्मों से एक्टिंग में अपना करियर शुरू किया था. 2010 में मोहित सूरी की फिल्म 'क्रूक' से बॉलीवुड में एंट्री की. इसके बाद 'तेरी मेरी कहानी' (2012), 'क्या सुपर कूल हैं हम' (2012), 'यमला पगला दीवाना-2' (2013), 'तुम बिन-2' (2016), 'मुबारकां' (2017) जैसी कई हिंदी फिल्मों में दिख चुकी है.
चिराग पासवान
लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के मुखिया रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान बॉलीवुड में अपना करियर आजमा चुके हैं. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्मी दुनिया से की, लेकिन फिर राजनीतिक दुनिया में लौट आए.
साल 2011 में फिल्म 'मिले ना मिले हम' से चिराग पासवान ने बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस फिल्म के लिए उन्हें 'कल के सुपरस्टार' कैटेगरी में स्टारडम अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट भी किया गया. लेकिन ये इनके बॉलीवुड करियर की पहली और आखिरी फिल्म साबित हुई.
आज चिराग पासवान का नाम बिहार के राजनीति में उभरते नेताओं में शुमार है. कम समय में इन्होंने राजनीतिक जगत में अपनी जगह बना ली है.
आयुष शर्मा
सलमान खान के जीजा आयुष शर्मा भी राजनीतिक घराने से संबंध रखते हैं. आयुष शर्मा के दादा सुखराम शर्मा कांग्रेस के बड़े नेता थे. हिमाचल में टेलीकॉम रिवोल्यूशन लाने में इनका खास योगदान रहा है. आयुष शर्मा के पिता अनिल शर्मा भी काफी लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी में रहे. साल 2017 हिमाचल विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए.
साल 2014 में आयुष शर्मा ने सलमान खान की बहन अर्पिता खान से शादी की थी. अब सलमान खान के प्रोडक्शन हाउस की फिल्म 'लवरात्रि' से आयुष शर्मा के फिल्मी करियर की शुरुआत होने जा रही है. इस फिल्म में आयुष लीड रोल में होंगे.
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