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‘काला’ की ओपनिंग फीकी, लेकिन सिर चढ़कर बोल रहा रजनीकांत का जादू  

फिल्म समीक्षकों का मानना है कि आने वाले दिनों में ‘काला’ की बंपर कमाई होगी.

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रजनीकांत की फिल्म 'काला' के पहले दिन की कमाई उनकी हाल में रिलीज हुई फिल्मों में सबसे कम दर्ज हुई है, और फिल्म को अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल रही. तमिलनाडु फिल्म्स प्रोड्यूसर काउंसिल (टीएफपीसी) के प्रमुख अभिनेता-कार्यकर्ता विशाल कृष्ण का कहना है कि फिलहाल फिल्म के बारे में भविष्यवाणी करना जल्दबाजी है. हालांकि 'काला' ने रिलीज होने के पहले ही दिन अपने नाम एक रिकॉर्ड भी दर्ज कर लिया. ये फिल्म 'थलाइवा' यानी रजनीकांत के शहर चेन्नई में पहले ही दिन में अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है.

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ट्रेड एनलिस्ट रमेश बाला के मुताबिक फिल्म ने सिर्फ चेन्नई शहर में पहले दिन ओपनिंग डे पर 1.76 करोड़ रुपये की कमाई की है. बाकी पूरे भारत और विदेशों की कमाई अलग है. हालांकि इसके आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं. फिल्म समीक्षकों का मानना है कि आने वाले दिनों में 'काला' की बंपर कमाई होगी.

अब तक फिल्म 'मर्सल' चेन्नई में पहले दिन सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी जिसके रिकॉर्ड को रजनीकांत की 'काला' ने तोड़ दिया है. 'मर्सल' का पहले दिन का कलेक्शन 1.52 था जबकि 'काला' फिल्म का पहले दिन का कलेक्शन 1.76 करोड़ रहा.

रजनीकांत की बेमिसाल 'फैन फॉलोइंग'

रजनीकांत जैसा स्टारडम शायद ही आज के दौर के किसी दूसरे भारतीय एक्टर में देखने को मिलता है. उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि जब भी उनकी कोई फिल्म रिलीज होने वाली होती है तो उनके फैन्स में दीवानगी इस कदर चढ़ जाती है कि उनके बड़े-बड़े कटआउट्स को लाखों लीटर दूध से नहलाया जाता है. उनकी फिल्म का पहला शो सुबह 4 बजे रखा जाता है, जिसका टिकट हासिल करने के लिए रात से ही फैन्स की लम्बी कतार लग जाती है.

उनकी फिल्म का फर्स्ट डे शो देखने के लिए प्राइवेट कंपनियों के ऑफिस में बाकायदा छुट्टी घोषित कर दी जाती है. उनके फैन्स ने अपने स्टार की कामयाबी और समृद्धि के लिए कर्नाटक के कोलार में कोटिलेश्वर मंदिर में "सहस्त्र लिंगम" स्थापित किया है.

रजनीकांत की दीवानगी का एक और आलम हाल ही में मुंबई में देखने को मिला, जब ‘काला’ की रिलीज से पहले 200 महिलाओं ने मंदिर में रजनीकांत के लिए पूजा-प्रार्थना करके वहां से नंगे पांव पैदल चलकर उस सिनेमा हॉल तक का सफर तय किया, जहां उनकी फिल्म रिलीज होने वाली थी. वहां पहुंचकर महिलाओं ने रजनीकांत के कटआउट पर ‘जलाभिषेक’ किया.

कंडक्टर से सुपरस्टार तक का सफर

  • रजनीकांत का अलसी नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है. उनके पिता हवलदार थे. उनकी  मां का निधन तभी हो गया था, जब वे सिर्फ पांच साल के थे. इसके बाद चार भाई-बहनों वाले परिवार के लिए घर चलाना आसान नहीं था. थोड़े बड़े होने पर रजनीकांत ने घर चलाने के लिए कुली का काम किया. फिल्मों में आने से पहले रजनीकांत बस कंडक्टर का काम करते थे.
  • रजनीकांत को शुरुआत से ही फिल्मों में दिलचस्‍पी थी और वे एक्टर बनना चाहते थे. इसी वजह से उन्‍होंने 1973 में मद्रास फिल्म इंस्‍टीट्यूट से एक्टिंग में डिप्लोमा लिया था.
  • रजनीकांत ने एक्टिंग की शुरुआत कन्नड़ नाटकों से की थी. दुर्योधन की भूमिका में रजनीकांत काफी लोकप्रिय हुए थे.
  • एक बार कन्नड़ नाटक करते हुए रजनीकांत पर फिल्म निर्देशक के बालचंद्र का ध्यान गया. नाटक देखने के बाद बालचंद्र ने रजनीकांत से तमिल सीखने के लिए कहा था.
  • इस तरह उनके फिल्मी करियर की शुरुआत बालचंद्र  निर्देशित तमिल फिल्म 'अपूर्वा रागंगाल'(1975) से हुई, जिसमें वे खलनायक बने थे. इस फिल्म में कमल हासन और श्रीविद्या भी थीं.
  • कई फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाने के बाद रजनीकांत पहली बार नायक के रूप में एसपी मुथुरमन की फिल्म 'भुवन ओरु केल्विकुरी' में दिखे थे.
  • रजनीकांत को पहली कमर्शियल कामयाबी फिल्म 'बिल्ला' में मिली, जो 1978 में बनी अमिताभ बच्चन की फिल्म 'डॉन' की रीमेक थी.
  • 'मुंदरू मूगम' नाम की फिल्म के लिए उन्हें तमिलनाडु सरकार से बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला था.
  • टी रामा राव की फिल्म 'अंधा कानून' रजनीकांत की पहली हिन्दी फिल्म थी. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी और रीना रॉय भी थीं.
  • इसके बाद से रजनीकांत लगातार कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते गए, और आज उस मुकाम तक पहुंचे हैं, जहां उनके मुकाबले शायद ही कोई सितारा है.
  • 2014 में रजनीकांत को छह तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवॉर्ड मिले. इनमें चार बेस्ट एक्टर अवॉर्ड और दो स्पेशल अवार्ड मिले. साल 2000 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.

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