हॉलीवुड के जाने माने फिल्मकार हार्वी वाइनस्टीन को सोमवार 24 फरवरी को यौन उत्पीड़न और बलात्कार का दोषी पाया गया, लेकिन वाइनस्टीन को हिंसक यौन उत्पीड़न के आरोपों से बरी कर दिया गया. वाइनस्टीन को 11 मार्च को सजा सुनाए जाने तक हिरासत में रखे जाने का आदेश दिया है. अपराधों को देखते हुए कोर्ट वाइनस्टीन को आजीवन कारावास की सजा दे सकता है.
जज जेम्स बुर्के ने बचाव पक्ष का यह अनुरोध खारिज कर दिया कि वाइनस्टीन को स्वास्थ्य कारणों के मद्देनजर जमानत पर रिहा किया जाए. हालांकि जज ने कहा कि फिल्मकार को अस्पताल में रखे जाने को कहा जाएगा.
सात पुरुषों और चार महिलाओं की जूरी ने वाइनस्टीन को फर्स्ट डिग्री के आपराधिक सेक्सुअल एक्ट और तीसरी डिग्री के रेप का दोषी पाया जिसे ‘मीटू मूमेंट’ की आंशिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है.
हार्वी वाइनस्टीन पर मॉडल और एक्ट्रेस लॉरेन यंग ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. यही नहीं 2017 में ऑस्कर विनर वाइनस्टीन के खिलाफ दर्जनों महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसके बाद लगभग 80 महिलाएं इसमें सामने आईं थीं.
हार्वी हॉलीवुड की बड़ी प्रोडक्शन कंपनी मीरामैक्स के को-फाउंडर हैं. हार्वी के नाम ‘गैंग्स ऑफ न्यूयॉर्क’, ‘इन टू दि वेस्ट’, ‘पल्प फिक्शन’, ‘मिमिक’, ‘स्केरी मूवी’, ‘किल बिल’, ‘रैंबो’ और ‘दि हेटफुल एट’ जैसी बड़ी फिल्में जुड़ी हैं.
मीटू महिलाओं पर होने वाले यौन उत्पीड़न, शोषण और बलात्कार के खिलाफ आंदोलन है, जिसमें महिलाओं ने #MeToo हैशटैग के अपनी-अपनी कहानियां सुनाई थीं.
मीटू आंदोलन की शुरुआत साल 2006 में हुई थी. लेकिन अक्टूबर 2017 में ये खुलकर सामने आया. बॉलीवुड में तनुश्री दत्ता ने मीटू मुहिम शुरू की थी. तनुश्री दत्ता ने सितंबर, 2018 में नाना पाटेकर के खिलाफ सेक्सुअल हैरासमेंट का केस दर्ज कराया था. इसमें उन्होंने कहा था कि एक दशक पहले, साल 2008 में फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के शूट के दौरान नाना ने उन्हें सेक्सुअली हैरेस किया था.
तनुश्री का कहना था कि नाना पाटेकर ने उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश की थी और उनसे बेहुदे डांस स्टेप करने के लिए कहा था. लेकिन नाना ने तनुश्री के इन सभी इल्जामों को बेबुनियाद बताया था.
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