बॉलीवुड की डस्की ब्यूटी क्वीन लारा दत्ता. लारा का नाम बी टाउन की उन अभिनेत्रियों में आता है, जिन्होंने अपने अभिनय के साथ-साथ ग्लैमर से भी दर्शकों के दिल में अपनी खास जगह बनाई है.
16 अप्रैल, 1978 को गाजियाबाद में जन्मी लारा अब तक सफलता के कई परचम लहरा चुकी हैं.
लारा ने स्कूल की पढ़ाई बेंगलुरु में की, जबकि कॉलेज की पढ़ाई मुंबई में. लारा दत्ता ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद फैशन की दुनिया की ओर चल पड़ी. वह फैशन वर्ल्ड में अपनी एक खास पहचान बनाना चाहती थीं, जिसमें वह कामयाब भी हुईं.
लारा दत्ता ने फेमिना मिस इंडिया, फिर मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम किया. मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने वाली वह भारत की दूसरी महिला बनीं. साल 2000 में मिस यूनिवर्स बनने के बाद वह वर्ष 2001 में UNFPA की गुडविल एम्बेसडर बनीं.
सवाल, जिसने बदली लारा की जिंदगी
अभी यहां बाहर मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता को लेकर विरोध किया जा रहा है कि इससे महिलाओं का अपमान होता है. उन्हें समझा दें कि वो गलत हैं.
लारा का जवाब: मुझे लगता है कि मिस यूनिवर्स जैसी प्रतियोगिताएं हम युवा महिलाओं को शुरुआत करने का मंच देता है, जिस क्षेत्र में हम आगे बढ़ना चाहते हैं. चाहे वो कारोबार हो, सशस्त्र बल हो या राजनीति. यह हमें हमारी पसंद और राय रखने का एक मंच देता है. हमें मजबूत बनाता है, स्वतंत्र बनाता है, जैसे हम हैं.
लारा को अब तक याद है वो पल
मुझे अब तक याद है कि जब मैं मिस यूनिवर्स के लिए गई थी, तब ज्यूरी ने मुझसे पूछा कि आपने फॉर्म में लिखा है कि आप भरतनाट्यम डांसर हैं, तो परफॉर्म करके दिखाइए. मैंने हैवी-सा इवनिंग गाउन पहना हुआ था, उसी में भरतनाट्यम किया.वहां सब वेस्टर्न कंट्रीज की कंटेस्टेंट्स के बीच दो मिनट के इस एक्ट ने मेरी अलग पहचान बनाई थी. सभी कंटेस्टेंट्स वहां बेस्ट थीं. मेरी कोई ग्रूमिंग भी नहीं की गई थी, लेकिन भारतीयता और अपनी आइडेंटिटी पर गर्व के भाव ने मुझे आगे बढ़ने में मदद की.लारा दत्ता, मिस यूनिवर्स
लारा ने अपना फिल्मी सफर 2003 में बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार के साथ फिल्म ‘अंदाज’ से शुरू किया. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर काफी सफल साबित हुई. फिल्म ‘अंदाज’ के लिए लारा को फिल्म फेयर ने बेस्ट डेब्यू अवॉर्ड से सम्मानित किया. फिल्मों में अपने योगदान के लिए साल 2008 में लारा को राजीव गांधी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.
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