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खूबसूरती के लिए 100 सुइयां चुभवाने का ऑप्‍शन कैसा रहेगा?

एक्यूपंक्चर एक पारंपरिक चाइनीज नॉन-सर्जिकल थेरेपी है, जो 2500 सालों से ज्यादा पुरानी है

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लोग अच्छा दिखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. अगर ट्रीटमेंट का कोई साइड इफेक्ट नहीं हो रहा हो, तो कौन वो उपाय न करना चाहेगा?

मैं अपने सामने रखी गई किसी भी चुनौती से कभी पीछे नहीं हटी. जब मेरे प्रोड्यूसर ने मुझसे 100 सुइयां अपने चेहरे में गोदवाने को कहा, तो मैंने कहा, ''कोई बात नहीं, होने दो दर्द.''

हम बात कर रहे हैं कॉस्मेटिक एक्यूपंक्चर की, जो दुनियाभर की मशहूर हस्तियों के बीच बहुत लोकप्रिय है.

ऐटमेंटान वेलनेस सेंटर ने पारंपरिक चाइनीज एक्यूपंक्चर में माहिर डॉ. लियाना नेनाचेवा को पुणे भेजा. वे एक्यूपंक्चर की प्रैक्टिस करती हैं और 30 साल से चाइनीजमेडिसिन की विशेषज्ञ हैं. मेरे लिए इसका मतलब ये था कि मैं सुरक्षित हाथों में थी.

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एक्यूपंक्चर एक पारंपरिक चाइनीज नॉन-सर्जिकल थेरेपी है, जो 2500 सालों से ज्यादा पुरानी है
एक्यूपंक्चर सिर्फ सुंदरता के लिए नहीं है. यह कई स्तरों पर काम करता है
फोटो:Kim Kardashian/Instagram

एक्यूपंक्चर क्या है?

पूरा हॉलीवुड इस पर फिदा है. किम कार्दाशियां से लेकर जेनिफर लोपेज तक इसकी गवाही देते हैं. एक्यूपंक्चर एक पारंपरिक चाईनीज नॉन-सर्जिकल थेरेपी है, जो 2500 सालों से ज्यादा पुरानी है. एक्यूपंक्चर सिर्फ सुंदरता के लिए नहीं है. यह कई स्तरों पर काम करता है, जिसमें शामिल हैं:

स्नैपशॉट

अंग

चक्र

ऊर्जा प्रवाह

नर्वस सिस्टम

पाचन तंत्र

रियलिटी टीवी स्टार किम कार्दाशियां कॉस्मेटिक एक्यूपंक्चर का सहारा लेती हैं.

पारंपरिक चाइनीज मेडिसिन में ऐसा माना जाता है कि कोई भी बीमारी आपकी क्यूआई (सार्वभौमिक जीवन ऊर्जा) गड़बड़ाने से होती है.

बारीक बाल जैसी सुइयां बीमारी के इलाज के लिए शरीर के निश्चित बिंदुओं पर शरीर में चुभा दी जाती हैं, जो शरीर की प्राकृतिक कार्यप्रणाली को नियमित करने में मदद करती हैं. कई स्‍टडी में ये साबित हुआ है कि एक्यूपंक्चर लगातार दर्द (क्रोनिक पेन) के इलाज में प्रभावी है. आर्काइव्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन, 2012 में प्रकाशित महत्वपूर्ण अध्ययन भी इसमें शामिल है,

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कॉस्मेटिक एक्यूपंक्चर किस तरह काम करता है?

बोटाक्स से जवां बनाए भावहीन चेहरे से ऊब चुकी मशहूर हस्तियों ने सुंदरता पाने के लिए कॉस्मेटिक एक्यूपंक्चर को अपनाया.

तो फिर यह कैसे काम करता है? डॉ. लियाना बताती हैं कि सुइयां इलास्टिन और कोलाजेन फाइबर के बनने की प्रक्रिया को तेज करती हैं और संचरण में सुधार लाती हैं, जो आपके चेहरे को ज्यादा यंग लुक देता है. एंटी-एजिंग इंडस्ट्री में आजकल यही फॉर्मूला हर जुबान पर है.

डॉ. लियाना बताती हैं कि इससे बोटाक्स के उलट, जो निश्चित रूप से आपके चेहरे को लकवाग्रस्त करता है, एक्यूपंक्चर मुंहासे घटाने में मदद करता है, झुर्रियों को कम करता है, खून का बहाव बढ़ाता है, जिससे त्वचा मेंऑक्सीजेनरेशन अच्छा होता, रोमछिद्रों का दिखना कम होता है. इसके अलावा भी इसके कई और फायदे हैं.

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लोकेशन: एटमेंटान वेलनेस सेंटर

कैमरा: यशपाल सिंह

एडिटर: कमलजीत कैंथ

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