भारत में कोविड 19 के मामलों में गिरावट देखी जा रही है. मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोरोनो वायरस संक्रमण के 112 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि सक्रिय (active) मामले घटकर 3,490 रह गए हैं.
लेकिन वहीं भारत के पड़ोसी देश चीन में कोरोना प्रतिबंधों में ढील के बाद कोरोना मामलों में तेजी से उछाल आया, जिसने दुनिया भर में लोगों की चिंता बढ़ा दी.
कोविड के बढ़ते मरीजों से चरमराए अस्पताल
कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील के बाद चीन में कोरोना वायरस के मामलों में भारी उछाल आ रहा है. महामारी विशेषज्ञ (epidemiologist) और स्वास्थ्य अर्थशास्त्री (health economist) एरिक फीगल-डिंग ने ट्वीट कर के बताया और दिखाया कि चीन में अस्पताल पूरी तरह से चरमरा गए हैं.
एपिडेमियोलॉजिस्ट एरिक फीगल-डिंग का अनुमान है कि अगले 90 दिनों में चीन के 60% से अधिक और पृथ्वी की 10% आबादी के संक्रमित होने की आशंका है. साथ ही लाखों लोगों की मृत्यु होने की आशंका भी उन्होंने जताई है.
चीन की राजधानी के अलावा दूसरे शहरों के अस्पताल भी उछाल से निपटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
क्या चीन इस सर्दी में कोविड की तीन संभावित लहरों में से पहली लहर का अनुभव कर रहा है?
एपिडेमियोलॉजिस्ट वू ज़ुन्यो ने शनिवार को एक सम्मेलन कहा है कि संक्रमण में मौजूदा स्पाइक जनवरी के मध्य तक चलेगा, जबकि दूसरी लहर जनवरी में बड़े पैमाने पर यात्रा से शुरू होगी, जो 21 जनवरी से शुरू होने वाले सप्ताह भर चलने वाले चंद्र नववर्ष समारोह (Lunar New Year) के आसपास होगी. चीन में परिवार के साथ छुट्टियां बिताने के लिए आमतौर पर लाखों लोग इस समय यात्रा करते हैं.
डॉ वू ने कहा कि मामलों में तीसरा उछाल फरवरी के अंत से मार्च के मध्य तक चलेगा क्योंकि उस समय लोग छुट्टी के बाद काम पर लौटेंगे.
डॉ वू के अनुसार वर्तमान टीकाकरण स्तरों ने वृद्धि के खिलाफ एक निश्चित स्तर की सुरक्षा प्रदान की है और इसके परिणामस्वरूप गंभीर मामलों की संख्या में कमी जरुर आई है.
श्मशान घाटों में से एक घाट लाशों से भरा
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, हाल के दिनों में कोविड-19 रोगियों के लिए बीजिंग के नामित (nominated) श्मशान घाटों में से एक लाशों से भर गया है.
चीन का कहना है कि उसकी 90% से अधिक आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण किया जा चुका है. हालांकि, 80 और उससे अधिक आयु के आधे से भी कम लोगों को टीके की तीन खुराकें मिली हैं. बुजुर्ग लोगों में कोविड के गंभीर लक्षण होने की आशंका अधिक होती है.
भारत की तरह ही चीन ने टीकों का विकास और उत्पादन किया है, जो दुनिया के बाकी हिस्सों में उपयोग किए जाने वाले एमआरएनए टीकों की तुलना में लोगों को गंभीर कोविड बीमारी और मृत्यु से बचाने में कम प्रभावी देखे गये हैं.
इस बीच चीन के सबसे बड़े शहर, शंघाई ने कोविड मामले बढ़ने के कारण अपने अधिकांश स्कूलों को ऑनलाइन क्लास लेने का आदेश दिया है.
(इनपुट्स: BBC एंड WSG)
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