Common Cold In Winter: हम में से ज्यादातर लोग कॉमन कोल्ड यानी सर्दी-जुकाम का सामना कर चुके होंगे. हालांकि कुछ लोगों को ये ज्यादा तंग करती है, तो कुछ को कम. वैसे सर्दी जुकाम अपने आप में ज्यादा बड़ी बीमारी नहीं है, लेकिन जब होती है, तो इतनी ज्यादा परेशान करती है कि आप कोई काम ढंग से नहीं कर सकते. इस बीमारी में मरीज दिन भर छींकता और खांसता रहता है.
ठंड का मौसम शुरू होते ही सर्दी जुकाम का सिलसिला भी शुरू हो जाता है. सर्दी-जुकाम क्यों होता है, ठंड आते ही इसके मामले क्यों बढ़ जाते हैं, इसका इलाज क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है? इन सारे सवालों के एक्सपर्ट जवाब के साथ आया है फिट हिन्दी का ये आर्टिकल.
क्यों होता है कॉमन कोल्ड ?
कॉमन कोल्ड आम तौर पर एक वायरल इन्फेक्शन है. अगर आपके आसपास किसी को सर्दी जुकाम है, तो वहां से यह वायरस आप तक भी पहुंच सकता है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह एक तेजी से फैलने वाली और लोगों को संक्रमित करने वाली बीमारी है. लो इम्युनिटी, एलर्जी, सीजनल फ्लू, ड्राई हवा, इन्फ्लुएंजा वायरस जैसे कारणों की वजह से भी हो सकता है.
सर्दियों में क्यों बढ़ जाती है कॉमन कोल्ड की समस्या?
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम में इंटरनल मेडिसिन की एडिशनल डायरेक्टर, डॉ. बेला शर्मा फिट हिन्दी से कहती हैं, "सर्दियों में अक्सर देखा गया है कि कोल्ड बहुत जल्दी हो जाता है. इसके कुछ कारण घरों में साफ हवा की कमी, ड्राई/सुखी हवा, डिफेंस मैकेनिज्म में कमी होती है."
बंद घरों में साफ हवा की कमी- सर्दियों में ज्यादातर लोग घरों में एक दूसरे के साथ एक ही कमरे में समय बिताते हैं. बंद घर के अंदर हीटिंग की प्रक्रिया के कारण साफ हवा की कमी हो जाती है.
शरीर की रक्षात्मक प्रतिक्रिया की कमी- जैसे-जैसे तापमान कम होता है, हमारी नाक के अंदर वायरस मारने वाले सेल्स का प्रभाव कम होने लगता है.
त्वचा की सुरक्षा की कमी- सर्दियों में हमारी जो ब्लड वेसल्स हैं, वो पेरिफेरी (Periphery) से हट कर हमारे इंटरनल ऑर्गन्स में ज्यादा ब्लड सप्लाई करने लग जाती हैं, जिससे हमारी त्वचा की सुरक्षा भी थोड़ी सी कम हो जाती है.
ड्राई हवा- हवा ड्राई होने के कारण हम जब नाक से सांस लेते हैं, तो वो हवा नाक को ड्राई कर देती है.
कॉमन कोल्ड के लक्षण क्या हैं?
कॉमन कोल्ड के लक्षण आमतौर पर सर्दी पैदा करने वाले वायरस के संपर्क में आने के एक से तीन दिन बाद दिखाई देते हैं. हर व्यक्ति में लक्षण एक-दूसरे से अलग दिखाई दे सकते हैं.
जुकाम
खांसी
गले में खराश
बुखार
बदन दर्द
सिरदर्द
सांस लेने में तकलीफ
थकान
कॉमन कोल्ड का इलाज क्या है?
"इलाज अगर देखा जाए तो अधिकतर वायरस अपने आप खत्म हो जाते हैं. इसलिए किसी खास इलाज प्रक्रिया कि जरूरत नहीं होती है. लक्षणों के आधार पर इलाज किया जाता है."डॉ. बेला शर्मा, एडिशनल डायरेक्टर- इंटरनल मेडिसिन, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम
कॉमन कोल्ड होने पर बच्चों, बूढ़ों और गंभीर बीमारी वाले मरीजों का खास ध्यान रखें ताकि किसी जटिलता का सामना ना करना पड़े.
डायबिटीज या चेस्ट की बीमारी से ग्रसित लोगों को कॉमन कोल्ड होने पर डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए.
गर्म कपड़े पहने.
गर्म तरल पदार्थ लें.
स्मोक ना करें.
साफ-सफ़ाई बनाए रखें.
ठंडे माहौल से दूरी बना कर रखें.
इससे कैसे बचा जाए?
कॉमन कोल्ड से बचने के लिए सबसे जरूरी है खुद को और अपने आसपास की जगह को साफ रखना.
घर से बाहर जाते समय मास्क का इस्तेमाल करें. इससे कीटाणुओं के साथ-साथ ठंडी हवा शरीर में नाक के जरिए नहीं जा सकेगी
कॉमन कोल्ड से संक्रमित व्यक्ति से ना मिलें
हर साल इन्फ्लुएंजा वैक्सीन लगवाएं
कमरे में नमी बनाए रखें
गर्म कपड़े पहने
गर्म तरल पदार्थ लें
सिट्रस फल खाएं
सूप पिएं
हेल्दी लाइफस्टाइल रखें
त्वचा को साफ रखें
अगर कॉमन कोल्ड से बचना है, तो खुद को संक्रमित व्यक्ति से दूर रखें और डॉक्टर की बताई गई सलाह मानें.
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