आप इसे बेहद पसंद कर सकते हैं या ये आपको जरा भी अच्छा नहीं लगता होगा, लहसुन के मामले में यही दो चीजें होती हैं. जिस सुगंध और स्वाद के लिए इसे पसंद किया जाता, उसी वजह से इसे नापसंद भी किया जाता है.
लहसुन कई सभ्यताओं के पाक इतिहास का हिस्सा रहा है. समय के साथ लोगों को इसके पोषण मूल्य और स्वास्थ्य लाभों के बारे में पता चला, जिससे यह कई व्यंजनों का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया.
ऐसा माना जाता है कि लहसुन के पौधे की पहचान प्राचीन भारतीयों द्वारा की गई थी, जिन्होंने लगभग 6000 साल पहले इसका घरेलू उपयोग किया था. भारतीय व्यापारियों द्वारा बेबीलोनियन और असीरियन साम्राज्यों में लगभग 3000 ईसा पूर्व लहसुन पेश किया गया था.
लहसुन के फायदे
हिप्पोक्रेट्स, प्राचीन यूनानी चिकित्सक ने कई स्वास्थ्य स्थितियों और बीमारियों के लिए लहसुन को निर्धारित किया था. उन्होंने श्वसन समस्याओं, पाचन और थकान के लिए लहसुन का उपयोग करने का सुझाव रिचर्ड एस. रिवलिन को दिया.
ताजे लहसुन में एक सल्फर युक्त यौगिक, एलिसिन होता है, जो लहसुन की लौंग को कूचने या काटने पर निकलता है. यह जीवाणुरोधी, एंटीसेप्टिक और एंटिफंगल गुणों के लिए जिम्मेदार है, और हृदय रोग, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों का बनना) जैसी स्थितियों में इसका इस्तेमाल अच्छा माना जाता है.
लहसुन विटामिन B1, B2, B3, B6, फोलेट, विटामिन C, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जिंक से भरपूर होता है.
खाने में लहसुन कैसे शामिल करें?
भोजन में लहसुन को शामिल करने के कुछ आसान तरीके हैं. कूचे हुए लहसुन को दाल, सब्जी, सूप, पराठे में डालने के अलावा इसे लाल मिर्च पाउडर के साथ तेल में पकाया जा सकता है और सादी खिचड़ी या दलिया पर डाला जा सकता है. इसे ढोकले और मुठिया पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
कुछ लहसुन, हरी मिर्च कूच कर, इसमें नमक मिलाकर रोजाना एक आसान सी चटनी तैयार की जा सकती है.
4-5 लहसुन के लौंग कूच कर पिघलते बटर में चिली फ्लेक्स के साथ मिलाया जा सकता है. फिर इसे पराठे या टोस्ट पर लगा कर खाया जा सकता है.
लहसुन को भून कर इसे मसल लें और किसी भी दाल या सब्जी पर ऊपर से डालें.
चटनी और मसाले में लहसुन मिलाएं.
लहसुन का साग
सर्दियों में लहसुन का साग बाजार में आता है. ये काफी कसैले होते हैं, लेकिन अगर ठीक से पकाया जाए तो आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं. कम मात्रा में उपयोग कर इसके कसैलेपन का ख्याल रखा जाता है.
लहसुन के साग की चटनी
सामग्री
2 लहसुन के साग की टहनी
2 हरी मिर्च
3 बड़े चम्मच भुनी हुई मूंगफली
¼ छोटा चम्मच जीरा
नमक स्वादानुसार
1 नींबू का रस
लहसुन का साग और हरी मिर्च काट लें, मूंगफली, जीरा और नमक मिलाएं. नींबू का रस डालें.
लहसुन के साग की रोटी
सर्दियों के दौरान इसे बनाना आसान है और इसके जरिए खाने में एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स यानी खनिज जोड़े जा सकते हैं.
सामग्री
1/2 कप कटा हुआ लहसुन का साग
1/4 कप बारीक कटी मेथी
3 हरी मिर्च
1 कप गेहूं का आटा
1/4 कप बेसन
नमक स्वादानुसार
2 चम्मच तेल
1 बड़ा चम्मच तिल
विधि
लहसुन के साग, मेथी के पत्ते और हरी मिर्च को 2 चम्मच पानी के साथ पीस लें, एक हरा पेस्ट तैयार हो जाएगा. गेंहू के आटे और बेसन को मिलाएं, इसमें हरा पेस्ट और नमक डालें. थोड़ा तेल डालें और गूंधें. रोटियों को रोल करें, और एक मिनट के लिए पकाएं. रोटी को पलट दें और उस पर तिल छिड़क दें और इसे दोनों तरफ से पकने दें.
लहसुन से जुड़े कुछ घरेलू नुस्खे
2-3 लहसुन की लौंग भूनें और इसे एक चम्मच शहद के साथ सर्दी, गले में खराश और फ्लू में राहत पाने के लिए लें.
2 लहसुन की लौंग को पीसें और एक गिलास छाछ में एक चुटकी नमक के साथ मिलाएं. यह पाचन के लिए अच्छा है.
लहसुन के पेस्ट का इस्तेमाल फंगल संक्रमण का इलाज करने में मदद करता है और एक्जिमा से राहत देता है. यह पता लगाने के लिए पैच टेस्ट करें कि क्या यह आपकी त्वचा को सूट करता है.
डैंड्रफ और बालों के झड़ने को कंट्रोल करने के लिए अपने स्कैल्प पर कूचा हुआ लहसुन नारियल तेल के साथ मिलाकर लगाएं. (पूरे स्कैल्प पर लगाने से पहले एक पैच टेस्ट करें.)
इन चीजों को अपनाने का फैसला लेने से पहले कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें क्योंकि लहसुन एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है और इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं. यह आपके लिए उपयुक्त है या नहीं यह जांचने के लिए लहसुन को कम मात्रा में शामिल करें.
(नूपुर रूपा फ्रीलांस राइटर और मदर्स के लिए लाइफ कोच हैं. वह पर्यावरण, फूड, इतिहास, पेरेंटिंग और ट्रैवेल पर लेख लिखती हैं.)
(ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी तरह के इलाज का दावा नहीं किया जा रहा है, सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए फिट आपको डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह देता है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)