कोरोनावायरस डिजीज-2019 (COVID-19) से बचाव के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें ये स्पष्ट किया गया है कि इस दवा के इस्तेमाल की सिफारिश सभी के लिए नहीं की गई है.
ये एडवाइजरी कहती है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को लैब में की गई स्टडीज में असरदार पाया गया है. हालांकि इसके उपयोग की सलाह कुछ ही लोगों के लिए है.
ICMR की ओर से इसके इस्तेमाल की सिफारिश उन्हीं लोगों (जिनमें COVID-19 के लक्षण न हों) के लिए की गई है, जिसमें संदिग्ध या कन्फर्म केस की देखभाल करने वाले हेल्थ वर्कर्स और कोरोनावायरस से संक्रमित के संपर्क (परिवार के लोग) में आने वाले लोग शामिल हैं.
इसमें ये भी कहा गया है कि बीमारी से बचाव के लिए इस दवा का इस्तेमाल 15 साल से कम बच्चों के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
यह रेटिनोपैथी के ज्ञात मामले, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन या 4-एमिनोक्विनोलीन यौगिकों के लिए ज्ञात अतिसंवेदनशील लोगों के लिए भी इस्तेमाल नहीं की जानी चाहिए.
ICMR की ओर से कहा गया,
ये दवा केवल एक पंजीकृत चिकित्सक के पर्चे पर दी जानी है. (आपको) दवा लेने से पहले किसी भी रिएक्शन के लिए एक चिकित्सक से परामर्श करने के लिए सलाह दी जाती है.
10 अप्रैल को मीडिया को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने भी कहा कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल की सिफारिश उनके लिए की गई है, जो हेल्थ वर्कर किसी कोविड पेशेंट से डील कर रहे हैं, आईसीयू केसेज डील कर रहे हैं और जो कन्फर्म मामलों के हाई रिस्क कॉनटैक्ट में आते हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कार्डियक समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए ये नुकसानदायक हो सकता है. इसलिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का प्रयोग कुछ खास लोगों के लिए होना चाहिए.
गाइडलाइन आगे कहती है कि अगर बीमारी से बचाव की दवा ले रहे लोगों में COVID-19 के कोई लक्षण नजर आते हैं, तो ऐसे में तुरंत हेल्थ फैसिलिटी से संपर्क किया जाना चाहिए, नेशनल गाइडलाइन के अनुसार टेस्ट कराया जाना चाहिए और स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल को फॉलो किया जाना चाहिए.
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