ADVERTISEMENTREMOVE AD

डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा देने में Covaxin कारगर: स्टडी

Updated
Health News
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

भारत बायोटेक की COVID-19 वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) कोरोना वायरस (Coronavirus) के डेल्टा (Delta) और बीटा (Beta) वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा देने में कारगर पाई गई है.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR), पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की ओर से की जा रही है एक स्टडी में ऐसा पाया गया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

स्टडी में ये भी पाया गया है कि वैक्सीन से इन दो वेरिएंट्स के खिलाफ मूल स्ट्रेन के मुकाबले कम एंटीबॉडी प्रोड्यूस हुई.

ये स्टडी प्रीप्रिंट स्टेज में है और इसकी समीक्षा प्रक्रिया भी अभी बाकी है.

डेल्टा वेरिएंट (B.1.617.2) की पहचान सबसे पहले भारत में हुई थी. देश में कोरोना की दूसरी लहर की पीछे इस वेरिएंट को माना जा रहा है. जबकि, बीटा वेरिएंट (B.1.351) पहली बार दक्षिण अफ्रीका में मिला था.

स्टडी के बारे में

इस स्टडी में कोरोना से रिकवर होने वाले 20 लोगों के ब्लड सैंपल की तुलना Covaxin से वैक्सीनेटेड 17 लोगों के ब्लड सैंपल से की गई.

इसमें कोरोना के डेल्टा और बीटा वेरिएंट के प्रति उनकी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (immune response) की जांच की गई.

स्टडी के नतीजे में पाया गया कि कोवैक्सीन लेने वालों में बीटा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ न्यूट्रलाइजेशन टाइटर्स (एंटीबॉडी प्रोडक्शन) में 3.0 और 2.7 गुना की कमी थी, जबकि कोरोना से ठीक हुए लोगों में न्यूट्रलाइजेशन टाइटर्स में 3.3 गुना और 4.6 गुना कमी थी.

इसका मतलब यह है कि हालांकि वैक्सीन से मूल स्ट्रेन की तुलना में वेरिएंट के खिलाफ कम एंटीबॉडी का उत्पादन हुआ, फिर भी यह COVID से ठीक हुए लोगों में प्रोड्यूस हुए एंटीबॉडी की तुलना में अधिक है.

अध्ययन में कहा गया है, "हालांकि, न्यूट्रलाइजेशन टाइटर में कमी आई है, लेकिन पूरी तरह से निष्क्रिय SARS-CoV-2 वैक्सीन (BBV152) 'वेरिएंट्स ऑफ कंसर्न' (VOC) B.1.351 और B.1.617.2 के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया प्रदर्शित करती है."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कोरोना वेरिएंट्स के खिलाफ दूसरी कोविड वैक्सीन से भी न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी में मूल स्ट्रेन के मुकाबले गिरावट देखी गई है.

लैंसेट में 3 जून 2021 को छपी एक स्टडी में फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer-BioNTech) की COVID-19 वैक्सीन की दो डोज के साथ पूरी तरह से टीकाकरण करा चुके लोगों में मूल स्ट्रेन की तुलना में डेल्टा वेरिएंट (B.1.617.2) के खिलाफ एंटीबॉडी का स्तर पांच गुना कम होने की संभावना जताई गई थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×