राजस्थान सरकार एक ऐसा कानून लाने की योजना बना रही है, जिससे राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य हो जाएगा.
इसके साथ ही ऐसा कानून लाने वाला यह पहला राज्य बन जाएगा. सोमवार 26 अक्टूबर की शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा,
"राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य करने की योजना बना रही है. इसके लिए आने वाले विधानसभा सत्र में एक विधेयक पेश किया जाएगा, जब तक वैक्सीन नहीं मिल जाती, तब तक हाथ धोना, मास्क पहनना और फिजिकल डिस्टेन्सिंग बनाए रखना ही कोरोना वायरस से बचने का एकमात्र तरीका है."
गहलोत ने 2 अक्टूबर को राज्य में शुरू किए गए 'नो मास्क-नो एंट्री' अभियान की सफलता के बारे में जिला कलेक्टरों, कॉलेज प्राचार्यों, निगम और परिषद के अधिकारियों, जिला खेल अधिकारियों, एनएसएस, स्काउट कैडेट्स समेत और लोगों से चर्चा की.
उन्होंने एनसीसी और एनएसएस कैडेट्स से कोरोना को हराने के लिए अभियान से जुड़ने और हर घर तक संदेश फैलाने में मदद करने का आह्वान किया.
इसके साथ ही गहलोत ने बिना पटाखे के दिवाली उत्सव मनाने के लिए कहा. उन्होंने कहा, "पटाखों से प्रदूषण बढ़ता है, जो कोविड-19 रोगियों के जीवन के लिए खतरा हो सकता है. इस बार हमें पटाखों के बिना दिवाली मनानी चाहिए और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करना चाहिए."
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